
पाकिस्तान में बीते कुछ महीनों में लगभग 50 अल्पसंख्यक (हिंदू और सिख) लड़कियों के जबरन धर्म परिवर्तन की घटनाओं से यहां लोगों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। आज कराची में सिविल सोसाइटी और वकील नौवीं कक्षा में पढ़ने वाली 14 वर्षीय महक कुमारी को इंसाफ दिलाने के लिए लोग सड़कों पर उतर आए। लोगों ने कराची में प्रेस क्लब के बाहर महक कुमारी के लिए न्याय के लिए प्रदर्शन किया।
आरोप है कि महक का जबरन धर्म परिवर्तन करा दिया गया था और एक मुस्लिम ने उससे शादी की थी। ‘पाकिस्तानी हिंदूज यूथ फोरम’ और ‘सिंधी हिंदू स्टूडेंट फेडरेशन ऑफ पाकिस्तान’ नाम से चल रहे फेसबुक पेज के जरिए दावा किया गया था, ‘पाकिस्तानी हिंदुओं के साथ इस तरह की बर्बरता की जा रही है। महक कुमारी का कुछ दिनों पहले अपहरण कर लिया गया था।
अब वह अमरोत शरीफ में मुल्लाओं के साथ दिखाई देती है और वे दावा कर रहे हैं कि उसे अली रजा सोलंगी से प्यार हो गया है।’ ‘पाकिस्तानी हिंदूज यूथ फोरम’ और ‘सिंधी हिंदू स्टूडेंट फेडरेशन ऑफ पाकिस्तान’ नाम से चल रहे फेसबुक पेज पर पिछले कुछ महीनों के दौरान जबरन धर्मांतरण व अपहरण कर जबरदस्ती मुस्लिम बनाने जैसी 50 घटनाओं का जिक्र किया गया है।
अल्पसंख्यक समुदाय द्वारा सोशल मीडिया पर जारी की गई सूची में पहले नंबर पर कोमल का नाम है, जोकि पाकिस्तान के टैंडो अलियार इलाके की रहने वाली है। इसके बाद कराची से लक्ष्मी व सोनिया का नाम है। इसमें पाकिस्तान के विभिन्न प्रांतों की रहने वाली लड़कियों का जिक्र है। हालिया मामलों की बात करें तो इस सूची में शांति, सरमी मेघवाड़ और महक का नाम है।
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