लेबनान में संयुक्त राष्ट्र अंतरिम बल में भारत के करीब 900 सैनिक तैनात हैं। लेबनान में जमीनी अभियान चला रही इजरायली सेना ने संयुक्त राष्ट्र के शांति सैनिकों पर हमला किया है, जिसमें 5 सैनिक घायल हुए हैं। इसके बाद 34 देशों ने शांति सैनिकों पर हमले की निंदा करते हुए बयान जारी किया है।
लेबनान में संयुक्त राष्ट्र अंतरिम बल (UNIFIL) में अपने सैनिक भेजने वाले 34 देशों ने शांति सैनिकों पर इजरायली हमलों की निंदा की है। एक संयुक्त बयान में 34 देशों ने सभी पक्षों से यूएनआईएफआईएल के मिशन का सम्मान करने और अपने कर्मियों की सुरक्षा सुनश्चित करने का आह्वान किया। हालांकि, संयुक्त बयान में सूचीबद्ध 34 देशों में भारत का शामिल नहीं है, लेकिन बयान जारी होने के तुरंत बाद उसने कहा कि वह ‘पूरी तरह इसके साथ है।’ भारत के 903 सैनिक यूएनआईएफआईएल के तहत लेबनान में तैनात हैं।
संयुक्त राष्ट्र में भारत के मिशन ने एक्स पर लिखा, ‘एक प्रमुख सैन्य योगदानकर्ता देश के रूप में भारत 34 UNIFIL सैन्य योगदानकर्ता देशों की तरफ से जारी संयुक्त बयान के साथ पूरी तरह से जुड़ता है। शांति सैनिकों की सुरक्षा अत्यंत महत्वपूर्ण है और इसे संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के मौजूदा प्रस्तावों के अनुसार सुनिश्चित किया जाना चाहिए।’
लेबनान में पांच शांति सैनिक घायल – यह बयान ऐसे समय में आया है जब दक्षिणी लेबनान में इजरायल और हिजबुल्लाह बीच चल रही जमीनी जंग में नकौरा स्थित UNIFIL के मुख्यालय पर हमले हुए हैं। पिछले तीन दिनों में हुए हमलों में कम से कम पांच शांति सैनिक घायल हुए हैं। ताजा हमला शुक्रवार 11 अक्टूबर की रात को हुआ। इजरायली सेना ने उसके हमले में शांति सैनिकों के घायल होने की बात स्वीकार की है।
अमेरिका ने की इजरायल से अपील – पिछले 48 घंटे में दो घटनाओं के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने इजरायल से लेबनान में शांति सैनिकों पर गोलीबारी बंद करने की अपील की है। शुक्रवार को इजरायली सेना ने कहा कि लेबनान में शांति सेना में शामिल दो श्रीलंकाई सैनिकों के घायल होने की घटना के लिए उसके सैनिक जिम्मेदार थे। आईडीएफ ने कहा, सैनिकों ने एक खतरे की पहचान की और गोलीबारी की। इस घटना की उच्चतम स्तर पर जांच की जाएगी।
इसके पहले गुरुवार को इजरायली टैंक से गोलीबारी के बाद दो इंडोनेशियाई UNIFIL सैनिक एक वॉच टॉवर से गिरकर घायल हो गए। फ्रांस, इटली और स्पेन के नेताओं ने एक संयुक्त बयान जारी कर इजरायल की कार्रवाई की निंदा की और कहा कि यह अनुचित है और इसे तुरंत रोका जाना चाहिए। श्रीलंका के विदेश मंत्रालय ने कहा कि वह आईडीएफ हमले की ‘कड़ी निंदा’ करता है जिसमें उसके दो सैनिक घायल हो गए।
लेबनान से नहीं हटेंगे शांति सैनिक – मुख्यालय पर हमले के बाद UNIFIL के बाद भी दक्षिणी लेबनान से संयुक्त राष्ट्र शांति सैनिक सीमा क्षेत्र से नहीं हटेंगे। लेबनान में संयुक्त राष्ट्र अंतरिम बल के प्रवक्ता एंडिया टेनेंटी ने शनिवार को समाचार एजेंसी एएफपी को इसकी जानकारी दी। उन्होंने यह भी कहा कि पिछले हफ्तों में लेबनानी चरमपंथी समूह हिजबुल्लाह के खिलाफ इजरायली हमले से विनाशकारी क्षेत्रीय संघर्ष का खतरा पैदा होता है और इसका एकमात्र समाधान कूटनीतिक है।
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