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शैल कंपनियों का सहारा, भारतीय बंदरगाहों से दूरी… परमाणु कार्यक्रम पर चीन-पाकिस्तान की सांठगांठ का खुलासा


सीमा शुल्क आंकड़ों के अनुसार, अमेरिका द्वारा स्वीकृत चीनी आपूर्तिकर्ता मेसर्स जनरल टेक्नोलॉजी लिमिटेड द्वारा आपूर्ति किए गए एक आटोक्लेव को फरवरी 2020 में भारतीय अधिकारियों ने गुजरात में जब्त कर लिया था। आटोक्लेव को हांगकांग के झंडे वाले चीनी जहाज से जब्त किया गया था। इससे संदिग्ध सामान मिला था।
चीन और पाकिस्तान का परमाणु गठजोड़ का एक बार फिर खुलासा हुआ है। चीन की ओर से पाकिस्तान को उसके परमाणु और मिसाइल कार्यक्रम के लिए लगातार मदद मिल रही है। अंतरराष्ट्रीय प्रतिबद्धताओं का उल्लंघन करते हुए बीजिंग की ओर से पाकिस्तान को गुप्त सहायता दी जा रही है। बीते चार वर्षों में ही भारतीय खुफिया एजेंसियों ने पाकिस्तान को आपूर्ति के लिए यूरोप और अमेरिका से चीनी संस्थाओं द्वारा खरीदी गई दोहरे उपयोग वाली वस्तुओं की कम से कम आधा दर्जन खेपों को रोका है या ट्रैक किया है। भारतीय और मित्रवत खुफिया एजेंसियों की जांच में निष्कर्ष निकला है कि पाकिस्तान को चीन की सहायता ना केवल उपकरणों की सोर्सिंग के तौर पर बल्कि तकनीक और सर्विस के रूप में भी हैं।
स्ट्रैटन्यूज ग्लोबल की रिपोर्ट कहती है कि इन खेपों को जब्त करने और कई शेल कंपनियों पर प्रतिबंधों के बावजूद चीन और पाकिस्तान इन गतिविधियों के लिए तीसरी दुनिया के देशों में शेल कंपनियों के जरिए वैकल्पिक साधन ढूंढते लेते हैं। हाल के दिनों में भारतीय बंदरगाहों पर संवेदनशील/दोहरे उपयोग वाले कार्गो की जब्ती में वृद्धि हुई है। इस साल जनवरी में इतालवी फर्म जीकेडी सीएनसी टेक्नोलॉजी की सीएनसी मशीनरी की एक खेप को भारतीय सीमा शुल्क अधिकारियों ने न्हावा शेवा पोर्ट मुंबई में जब्त किया था, जिसेज चीन से पाकिस्तान ले जाया जा रहा था। सीएनसी मशीनरी वाला यह कंटेनर 9 जनवरी को चीन के शेकोउ बंदरगाह पर एक व्यापारी जहाज सीएमए सीजीएम अत्तिला पर लोड किया गया था और कराची बंदरगाह के लिए जा रहा था।
फर्जी रिसीवर का खेल – चीन से पाकिस्तान जा रहे शिपमेंट की बारीकी से जांच करने पर भारतीय अधिकारियों ने पाया कि पाकिस्तानी रक्षा आपूर्तिकर्ता कॉसमॉस इंजीनियरिंग को शिपमेंट के मूल प्राप्तकर्ता के रूप में सूचीबद्ध किया गया था, जबकि चीन की मेसर्स ताइयुआन माइनिंग इंपोर्ट एंड एक्सपोर्ट कंपनी लिमिटेड मूल शिपमेंट थी। इससे पता चला कि पाकिस्तान विंग्स प्राइवेट लिमिटेड चीन, इटली और तुर्की जैसे रास्तों से पाकिस्तानी रक्षा संस्थाओं को दोहरे उपयोग और प्रतिबंधित वस्तुओं के शिपमेंट की सुविधा दे रहा है। अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों से बचने के लिए पाकिस्तान विंग्स कॉसमॉस इंजीनियरिंग जैसे मूल कंसाइनी को छिपा देगा।