Monday , October 13 2025 10:21 AM
Home / Lifestyle / ​रिसर्च ने किया चौंकाने वाला खुलासा ओलिव ऑयल से हो सकता है ब्रेस्ट कैंसर का खतरा कम

​रिसर्च ने किया चौंकाने वाला खुलासा ओलिव ऑयल से हो सकता है ब्रेस्ट कैंसर का खतरा कम


ब्रेस्ट कैंसर महिलाओं में होने वाला सबसे आम प्रकार का कैंसर है। 50 से अधिक वर्ष वाली महिलाओं को ब्रेस्ट कैंसर होने की संभावना सबसे अधिक रहती है, लेकिन यह कम उम्र की औरतों को भी हो सकता है। एक नई स्टडी में ब्रेस्ट कैंसर से बचाव का नया और तरीका सामने आया है।​
महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर सबसे आम प्रकार का कैंसर है। साल 2022 में करीब 2.3 मिलियन महिलाएं ब्रेस्ट कैंसर से पीड़ित थीं जिनमें 67,000 की मृत्यु हो गई थी। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन के अनुसार यदि ये आकंड़ा बना रहता है तो साल 2050 तक कई क्षेत्रों में मृत्यु दर में 40% तक का इजाफा हो सकता है। कई जगहों पर सुविधा की कमी के कारण भी महिलाओं को सही समय पर इलाज नहीं मिल पाता है। हालांकि इन सबके बीच ब्रेस्ट कैंसर जागरूकता माह के दौरान एक नई उम्मीद जगी है।
दअरसल एक स्टडी (Ref) में इस बात का पता चला है कि ऑलिव ऑयल से ब्रेस्ट कैंसर के रिस्क को कम किया जा सकता है। ब्रेस्ट कैंसर तब होता है जब ब्रेस्ट सेल्स से उत्परिवर्तित होकर कैंसरयुक्त सेल्स बन जाती हैं और फिर बढ़कर ट्यूमर का रूप ले लेती है।
ब्रेस्ट कैंसर आमतौर पर 50 वर्ष और उसे अधिक उम्र की महिलाओं को प्रभावित करता है, लेकिन पुरुषों के साथ यह कम उम्र की महिलाओं को भी हो सकता है। लेकिन इस नई स्टडी में खुलासा हुआ है कि जैतून का तेल इससे बचाव में मदद कर सकता है।आइए देखते हैं किस तरह से ऑलिव ऑयल का सेवन ब्रेस्ट कैंसर के खतरे को कम कर सकता है।
क्या है ब्रेस्ट कैंसर? – ब्रेस्ट कैंसर महिलाओं को प्रभावित करने वाला सबसे आम कैंसर है। यह तब होता है जब ब्रेस्ट में कैंसर ग्रस्त सेल्स बढ़कर ट्यूमर बन जाता है। ब्रेस्ट कैंसर के लगभग 80% मामले खतरनाक होते हैं। यानी ट्यूमर स्तन से शरीर के अन्य हिस्सों में भी फैल सकता है। ब्रेस्ट कैंसर का अलग-अलग प्रकार के होते हैं जिसमें डक्टल कार्सिनोमा, लोब्यूलर ब्रेस्ट कैंसर और डक्टल कार्सिनोमा इन सीटू शामिल है।
ब्रेस्ट कैंसर के लक्षण
​ब्रेस्ट या बगल में दर्द रहित गांठ
स्तन के आकार या रूप में बदलाव
स्किन और निप्पल में बदलाव
स्तन में या आसपास दर्द
निप्पल से तरल पदार्थ का स्राव होना
ब्रेस्ट कैंसर का कारण – ब्रेस्ट कैंसर का कोई निश्चित कारण नहीं होता है। हालांकि इसके कारण में अनुवांशिक परिवर्तन, मोटापा, अधिक शराब का सेवन, बढ़ती उम्र, हार्मोन थेरेपी गर्भावस्था देर से होना, स्तनपान ना कराना आदि शामिल होते हैं। इसके अलावा कुछ कीटनाशक और अन्य केमिकल्स के संपर्क में आने से भी ब्रेस्ट कैंसर होने का खतरा रहता है। यदि किसी व्यक्ति को बचपन या युवावस्था में छाती पर रेडियोथेरेपी मिली हो तो उसे ब्रेस्ट कैंसर होने की संभावना अधिक रहती है।
ब्रेस्ट कैंसर और ऑलिव ऑयल – दरअसल जैतून के तेल में बायोएक्टिव फिनोलिक कंपाउंड और एंटीऑक्सीडेंट कंपाउंड मौजूद होते हैं जो कैंसर सेल्स को डैमेज कर नॉर्मल सेल्स की सुरक्षा करते हैं। एक्सपर्ट्स के अनुसार लिनोलिक एसिड और सीड ऑयल से भरपूर डाइट की तुलना में ओलिव ऑयल से भरपूर डाइट ट्यूमर के खतरे को कम कर सकता है। हालांकि शोधकर्ताओं का मानना है कि ओलिव ऑयल ब्रेस्ट कैंसर का अकेला इलाज नहीं है। शोधकर्ताओं का कहना है कि रोजाना तीन चम्मच से अधिक ओलिव ऑयल का सेवन करने से ओवरऑल ब्रेस्ट कैंसर का खतरा 30% तक कम हो जाता है।
ब्रेस्ट कैंसर से बचाव – फिजिकली एक्टिव रहें
हेल्दी वेट मेंटेन करें
पौष्टिक आहार लें
धूम्रपान और शराब से बचें
महिलाएं स्तनपान कराएं
स्तनों की नियमित जांच करवाएं