मुंबई- हमेशा अपने बेबाक ट्वीट्स के लिए सुर्खियों में रहने वाले ऋषि कपूर ने अपनी आत्मकथा ‘खुल्लम खुल्ला ऋषि कपूर अन्सेन्सर्ड’ में भी इसी अंदाज में बात की है। ऋषि ने आत्मकथा लॉन्चिंग की जानकारी ट्वीट्स के जरिए दी है।
ऋषि कपूर ने अपनी आत्मकथा ‘खुल्लम खुल्ला ऋषि कपूर अन्सेन्सर्ड’ में कुछ ऐसे खुलासे किये हैं जिनके बारे में शायद ही पहले किसी को जानकारी हो। ऋषि कपूर ने बताया है की कैसे उनकी मुलाक़ात अंडरवर्ल्ड डॉन दाउद इब्राहिम से हुई थी। ऋषि ने अपनी आत्मकथा में बताया है की साल 1988 में उनकी मुलाक़ात डॉन दाउद इब्राहिम से हुई जब वो अपने करीबी दोस्त बिट्टू आनंद के साथ आशा भोंसले और आरडी बर्मन के प्रोग्राम में शामिल होने दुबई आये थे।
उन्होंने बताया है की दाऊद का एक आदमी हमेशा एयरपोर्ट पर रहता था। जब मैं वहां से जा रहा था तभी एक अजनबी मेरे पास आया। उसने मुझे फोन दिया और कहा, दाऊद साब बात करेंगे। बाद में उन्हें एक गोरे, मोटे लड़के से मिलवाया गया जो ब्रिटिश जैसा दिखता था। वह दाऊद का राइट हैंड बाबा था। उसने मुझसे कहा,’दाऊद साब आपके साथ चाय पीना चाहते हैं।’ मुझे इसमें कोई बुराई नजर नहीं आई और मैंने न्योता स्वीकार कर लिया।
उस शाम मुझे और बिट्टू को हमारे होटल से एक चमकती हुई रोल्स रॉयस में ले जाया गया। रास्ते में हमें अहसास हुआ कि हमारी कार सर्कल में जा रही है, इसलिए मैं उसके घर की सही लोकेशन नहीं बता सकता।
दाऊद ने हमारा स्वागत किया। उसने माफी मांगने के अंदाज में कहा,’मैंने आपको चाय के लिए इसलिए बुलाया क्योंकि मैं शराब नहीं पीता।’ फिर हमारा चाय-बिस्किट सेशन तकरीबन चार घंटे तक चला। ऋषि ने बताया है की वो आखिरी बार साल 1989 में दाउद से मिले थे इसके बाद दोबारा कभी उनकी मुलाक़ात दाउद के साथ नही हुई। अब यह तो ऋषि कपूर जानते होंगे कि यह बात में कोई सच्चाई भी है या यह सब बाते वह लोगो में फुटेज पाने के लिए कर रहे हैं।