
बीजिंगः चीन और रूस मिलकर कहीं का भी तापमान कम या ज्यादा करने की घातक योजना पर काम कर रहे हैं। साल 2017 में रिलीज हुई एक हॉलीवुड फिल्म ‘जियो स्टॉर्म’ में दिखाया गया था कि जब धरती के अलग-अलग देशों में तापमान ज्यादा घट या बढ़ गया, तब सैटेलाइट के जरिए वायुमंडल को संतुलित करने की तकनीक ईजाद की गई।
फिल्म में दिखाया गया है कि अफगानिस्तान में जब गर्मी बहुत ज्यादा बढ़ गई तो सैटेलाइट के जरिए वहां के तापमान को संतुलित कर दिया गया लेकिन कुछ समय बाद इन सैटेलाइट का गलत इस्तेमाल होने लगा और इनका हथियार की तरह प्रयोग किया जाने लगा। रूस और चीन इन दिनों जिस प्रयोग पर काम कर रहे हैं वह भी कुछ इसी सिद्धांत के इर्द-गिर्द नजर आ रहा है। यह प्रयोग कितना खतरनाक हो सकता है इसकी कल्पना नहीं की जा सकती है।
खबरों की मानें तो चीन और रूस मिलकर पृथ्वी के वायुमंडल को गर्म करने और बदलने की विवादास्पद योजनाओं के साथ आगे बढ़ रहे हैं। विशेषज्ञों का दावा है कि इस परियोजना में संभावित सैन्य अनुप्रयोग हैं, क्योंकि यह उपग्रह संचार को बाधित कर सकता है। ऐसे में युद्ध की स्थिति या जासूसी के लिए इसका इस्तेमाल किया जा सकता है। इन परिस्थितियों में ये प्रयोग काफी कारगर साबित हो सकता है।
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