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रूस लेकर आ रहा महाविनाशक 5th जेनरेशन लड़ाकू विमान, Su-57 फाइटर जेट से अमेरिका परेशान, क्या खरीदेगा भारत?


बेंगलुरु में 10 फरवरी से आयोजित एयरो इंडिया-2025 में रूस अपनी पांचवीं पीढ़ी के लड़ाकू विमान सुखोई Su-57 को भेज रहा है। ये एक एडवांस फिफ्थ जेनरेशन फाइटर जेट है और रूस चाहता है कि भारत ये फाइटर जेट खरीदे। ये रूसी विमान चीन के झुहाई एयरशो में भी शामिल होकर अपनी ताकत दिखा चुका है।
अमेरिका के दुश्मन रूस से क्या भारत पांचवीं पीढ़ी का लड़ाकू विमान Su-57 खरीदेगा? ये सवाल इसलिए, क्योंकि इस महीने आयोजित एयरो इंडिया-2025 में रूसी विमान भारत आ रहा है। रूस काफी समय से कोशिश करता रहा है, कि भारत ये फिफ्थ जेनरेशन फाइटर जेट खरीदे, लेकिन दिल्ली की तरफ से अभी तक कोई फैसला नहीं लिया गया है। वहीं, ताजा जानकारी के मुताबिक, कोम्सोमोल्स्क-ऑन-अमूर एयरक्राफ्ट प्रोडक्शन एसोसिएशन (KnAAPO) के डायरेक्टर यूरी कोंडराटयेव के मुताबिक, रूसी एयरोस्पेस फोर्सेस (VKS RF) को 2025 से Su-57 पांचवीं पीढ़ी के स्टील्थ फाइटर जेट के एडवांस वेरिएंट की डिलीवरी शुरू हो जाएगी। दुनिया में अभी तीन ही ऐसे देश हैं, जिनके पास पांचवीं पीढ़ी के लड़ाकू विमान हैं, अमेरिका, चीन और रूस। तुर्की ने भी फिफ्थ जेनरेशन जेट बना लिया है, जो अब प्रोडक्शन में है।
पाकिस्तान ने चीनी फिफ्थ जेनरेशन जेट खरीदने की घोषणा की है, जिससे भारत के दोनों दुश्मनों के पास ये अत्याधुनिक विमान होंगे। ऐसे में भारत पर भी फिफ्थ जेनरेशन जेट खरीदने का दबाव है। लेकिन, दिक्कत ये है, कि चीनी विमान भारत खरीद नहीं सकता, अमेरिका अगर विमान बेचने को राजी भी होता है, तो वो कई शर्तों के साथ होगा और रूसी विमान के साथ अगर भारत जाता है, तो अमेरिका की नाराजगी के साथ साथ विमानों की सही समय पर डिलीवरी की समस्या से भी दिल्ली को दो-चार होना पड़ेगा।
रूस को होने वाली एडवांस Su-57 की डिलीवरी – टेलीग्राम चैनल पर प्रकाशित एक इंटरव्यू के एक हिस्से में कोंडराटयेव ने KnAAPO की प्राथमिकताओं का जिक्र किया है और Su-57 की डिलीवरी पर फोकस किया है। एसयू-57 रूस के शस्त्रागार में मौजूद एकमात्र पांचवीं पीढ़ी का बहु-भूमिका वाला फाइटर जेट है। उन्होंने पुष्टि की है, कि Su-57 का प्रोडक्शन बढ़ाया जा रहा है, जो रूस के लिए रणनीतिक तौर पर बेहद जरूरी है। कोंडराटयेव ने कहा, “Su-57 में चौथी पीढ़ी की तुलना में कहीं ज्यादा क्षमता है। और 2025 से हम रूसी एयरोस्पेस फोर्सेस को Su-57 का एक नया वेरिएंट देना शुरू करेंगे।” हालांकि, उन्होंने विस्तार से नहीं बताया कि विमान में क्या अपग्रेडेशन किए गये हैं, लेकिन अटकलें हैं कि इसमें एडवांस AL-51F1 इंजन लगाया गया है, जो फाइटर जेट के प्रदर्शन को शक्तिशाली बनाती हैं।
रूस ने Su-57 फाइटर जेट का निर्माण अमेरिकी फाइटर जेट F-22 रैप्टर और F-35 लाइटनिंग II को चुनौती देने के लिए बनाया है। F-35 लाइटनिंग II भी एक फिफ्थ जेनरेशन विमान है। रूस का दावा है, कि उसके विमान में अत्याधुनिक स्टील्थ टेक्नोलॉजी, सुपरमैन्युवरेबिलिटी और एडवांस एवियोनिक्स हैं। इसके अलावा, रूस की योजना Su-57 के अलावा, Su-35S, जो एक चौथी पीढ़ी का विमान है, उसे भी अपग्रेड करने की है।
रूस का चेकमेट फाइटर जेट Su-75 – रूस काफी तेजी के साथ Su-57 और Su-35 लड़ाकू विमानों का उत्पादन कर रहा है। इसके अलावा T-75 के डेवलपमेंट को भी आगे बढ़ाने की कोशिशें की जा रही हैं, जिसे आमतौर पर Su-75 चेकमेट के नाम से जाना जाता है। कोंद्रायेव ने जोर देकर कहा, कि चेकमेट प्रोजेक्ट एक प्रमुख फोकस है और देश की विमानन विकास रणनीति में एक महत्वपूर्ण कदम है। फिलहाल उत्पादन की तैयारियां जोरों से की जा रही हैं, जिसका मकसद दो प्रोटोटाइप का निर्माण करना है।