
अमेरिका और ब्रिटेन के साथ बढ़ते तनाव के बीच रूस ने अपने अडवांस्ड S-500 मिसाइल सिस्टम को टेस्ट किया है। अस्तरखान क्षेत्र में एक ट्रेनिंग ग्राउंड पर हाई-स्पीड बैलिस्टिक टार्गेट पर इस मिसाइल सिस्टम को टेस्ट किया गया जिसके बारे में यह दावा किया जाता है कि इस सिस्टम के अत्याधुनिक रडार से दुश्मनों के स्टील्थ लड़ाकू विमान भी बच नहीं पाएंगे। देश के रक्षा मंत्रालय ने इस बारे में जानकारी दी और टेस्ट को सफल बताया।
एयर डिफेंस यूनिट को दिया जाएगा : मंत्रालय के मुताबिक टेस्ट से रूसी हथियारों की रणनीतिक और तकनीकी क्षमता और विश्वस्तताक की पुष्टि होती है। मंत्रालय ने अपने बयान में कहा है कि सभी टेस्ट पूरे होने के बाद S-500 सिस्टम को मॉस्को क्षेत्र की एयर डिफेंस यूनिट को डिलिवर किया जाएगा। S-500 डिफेंस सिस्टम को प्रोमटी (Prometey) भी कहा जाता है। S-300 और S-400 की तरह इस डिफेंस सिस्टम को रूस की सरकारी कंपनी अल्माज-एनेटी कॉर्पोरेशन विकसित कर रहा है।
अत्याधुनिक तकनीक पर आधारित : S-500 Prometey नाम का यह डिफेंस सिस्टम 400 से 600 किलोमीटर की दूरी तक दुश्मनों के मिसाइल और लड़ाकू विमानों को मार गिराने में सक्षम है। रूस के हथियारों में अब तक का सबसे सबसे उन्नत और आधुनित तकनीकी पर आधारित ऐंटी-मिसाइल सिस्टम है। पिछले साल ही रूसी उप प्रधानमंत्री यूरी बोरिसोव ने आधुनिक मिसाइल डिफेंस सिस्टम के चरणबद्ध परीक्षण की घोषणा की थी।
अमेरिका भी कर रहा है तैयारी : रूस का दावा है कि उसके S-500 डिफेंस सिस्टम अमेरिका के F-35A लड़ाकू विमान को भी मार गिराने में सक्षम है। ऐसे में अमेरिका परेशान होना भी लाजमी है जो दावा कर रहा है कि उसका F-35A लड़ाकू विमान स्टील्थ तकनीकी से लैस है जिसे किसी भी रडार के जरिए खोजा नहीं जा सकता है। अमेरिका बी-21 रेडर स्टेल्थ बॉम्बर भी तैयार कर रहा है जो रडार से बच सकें।
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