
रूस ने भारत को R-37M मिसाइल ऑफर की है। यह मिसाइल हाइपरसोनिक गति से उड़कर दुश्मन के किसी भी हवाई लक्ष्य को नष्ट कर सकती है। इस मिसाइल को खासतौर पर दुश्मन के हाई वैल्यू टॉरगेट को नष्ट करने के लिए डिजाइन किया गया है। इसे पाकिस्तानी F-16 के लिए सबसे बड़ा खतरा बताया जा रहा है।
रूस ने भारत को R-37M मिसाइल ऑफर की – मॉस्को: रूस ने भारत को R-37M मिसाइल ऑफर की है। यह हवा से हवा में मार करने वाली दुनिया की बेहतरीन मिसाइलों में एक है। इसे भारतीय वायु सेना की पुरानी R-77 एयर-टू-एयर मिसाइल से बदला जाएगा। भारत ने R-77 मिसाइल को भी रूस से ही खरीदा है। यह मिसाइल वर्तमान में भारतीय वायु सेना के सुखोई Su-30MKI लड़ाकू विमान का प्रमुख हथियार है। कई रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि रूस ने भारत को R-37M मिसाइल के उत्पादन का लाइसेंस देने का भी ऑफर दिया है। इससे इस मिसाइल के भारत में उत्पादन का रास्ता साफ होगा। अगर यह डील हो जाती है तो भारतीय वायु सेना की क्षमताओं में उल्लेखनीय वृद्धि होगी।
R-37M मिसाइल खास क्यों है – R-37M मिसाइल का NATO रिपोर्टिंग नाम AA-13 Axehead है। यह रूस द्वारा विकसित एक लंबी दूरी की एयर-टू-एयर मिसाइल है, जिसका उद्देश्य दृश्य-सीमा से परे [BVR] दुश्मन के लड़ाकू विमानों और ड्रोन को मार गिराना है। इसे पुरानी R-33 मिसाइल से विकसित किया गया है। यह मिसाइल इतनी खतरनाक है कि इसे दुश्मन के AWACS, टैंकर विमान और अन्य सहायक प्लेटफ़ॉर्म जैसे हाई वैल्यू टॉरगेट को मार गिराने के लिए डिजाइन किया गया है। मिसाइल के बियॉन्ड विजुअल रेंज होने के कारण लड़ाकू विमानों को दुश्मन के मारक रेंज से बाहर रहने में मदद भी मिलती है।
R-37M मिसाइल की रेंज कितनी है – R-37M मिसाइल में अपनी पूर्ववर्ती R-37 की तुलना में कई महत्वपूर्ण अपग्रेड किया गया है। इसमें R-37M मिसाइल की रेंज, गति और गाइडेंस प्रणालियां काफी मजबूत हुई हैं। इसमें एक जेटिसनेबल रॉकेट बूस्टर है जो इसे 300 से 400 किलोमीटर (160-220 समुद्री मील) की रेंज में स्थित दुश्मनों को मार गिराने में सहायता करता है। इस कारण यह वर्तमान में कमीशन दुनिया की सबसे अधिक दूरी तक हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइलों में से एक है।
हाइपरसोनिक हथियार है R-37M मिसाइल – R-37M मिसाइल मैक 6 की गति तक पहुंच सकती है, जो इसे हाइपरसोनिक हथियार बनाता है। इससे यह मिसाइल तेज गति से उड़ने वाले हवाई लक्ष्यों को भी साधने में सफल साबित होती है। इस मिसाइल की डिजाइन बेलनाकार है, जिसमें एक ओगिव फेयरिंग है। इसका वजन लगभग 510 किलोग्राम और लंबाई 4 मीटर से अधिक है, जिसमें 60 किलोग्राम वजन का वारहेड है। R-37M की गाइडेंस सिस्टम इनर्शियल नेविगेशन के साथ-साथ बीच रास्ते लक्ष्य को बदलने की अनुमति भी देता है।
पाकिस्तानी एफ-16 का बनेगी काल – R-37M मिसाइल पाकिस्तानी वायु सेना के एफ-16 के लिए एक बड़ी मुसीबत साबित हो सकती है। पाकिस्तानी वायु सेना अपनी हवाई ताकत के लिए पूरी तरह एफ-16 लड़ाकू विमानों पर आश्रित है। इसे पाकिस्तानी वायु सेना का सबसे उन्नत विमान भी माना जाता है। ऐसे में रूसी R-37M मिसाइल पाकिस्तानी एफ-16 लड़ाकू विमानों को आसानी से एलओसी के दूसरी तरफ से निशाना बना सकती है। इसके लिए भारतीय लड़ाकू विमानों को सीमा पार करने की जरूरत नहीं होगी।
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