मॉस्को: रूस ने वर्ष 2015 में हुए समझौते के तहत चीन को सुखोई-35 लड़ाकू विमानों की दूसरी खेप भेज दी है। इनमें 10 लड़ाकू विमान हैं और नाटो कोड के अनुसार इन्हें फ्लेनकर-ई नाम दिया गया है।
रूस के सैन्य और तकनीकी सहयोग विभाग से जुड़े एक शीर्ष अधिकारी ने बताया कि बाकी 10 बचे विमानों को 2018 में भेज दिया जाएगा। इससे पहले एक अन्य सूत्र ने बताया था कि 4 ऐसे लड़ाकू विमानों की पहली खेप चीन को 2016 में भेजी गई थी। यह विमान 25,000 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उडऩे में सक्षम है और यह 3400 किलोमीटर की दूरी तक उड़ान भर सकता है तथा 1600 किलोमीटर के दायरे में मार करने में कारगर है।