
रूस के एस-400 मिसाइल डिफेंस सिस्टम के एक वायरल वीडियो ने भारत समेत इसके कई उपयोगकर्ता देशों की चिंताओं को बढ़ा दिया है। इस वीडियो में एस-400 डिफेंस सिस्टम की एक मिसाइल मिसफायर होकर जमीन पर गिरती दिख रही है। दावा किया जा रहा है कि इस वीडियो को सोमवार से शुरू हुए काकेशस-2020 रणनीतिक युद्धाभ्यास के दौरान शूट किया गया है। इस युद्धाभ्यास में चीन, पाकिस्तान और ईरान के साथ दुनिया के लगभग 12 देश हिस्सा ले रहे हैं।
मिसफायर हुई एस-400 की मिसाइल
वायरल वीडियो में दिखाई दे रहा है कि टेस्टिंग के दौरान रूसी एस-400 सिस्टम की दो मिसाइलें तो अच्छे से फायर हुईं, लेकिन तीसरी मिसाइल अपने कैनन से निकलने के दौरान मिसफायर होकर जमीन पर गिर गई। इस कारण मिसाइल का लॉन्चर भी नष्ट हो गया। मिसाइल के गिरते ही नजदीक में ही खड़े रूसी सैनिक जान बचाकर भागने लगे। इस दौरान जमीन पर धुएं का बड़ा गुबार भी देखने को मिला।
वीडियो कब का? इसकी पुष्टि नहीं
हालांकि इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है कि क्या एस-400 मिसाइल डिफेंस सिस्टम को लेकर वायरल हो रहा यह वीडियो काकेशस-2020 का ही है या पहले कभी और का। मिसाइल के ट्रायल के दौरान ऐसा होना सामान्य घटना हो सकती है लेकिन अगर युद्धाभ्यास के दौरान ऐसा हुआ है तो इससे रूस की चिंताएं बढ़ जाएंगी। बता दें कि एस-400 मिसाइल डिफेंस सिस्टम दुनिया में सबसे बेहतरीन है।
भारत ने भी रूस से खरीदा है एस-400 डिफेंस सिस्टम
S-400 मिसाइल डिफेंस सिस्टम को दुनिया में सबसे अडवांस माना जाता है। भारत ने इस सिस्टम को रूस से 40,000 करोड़ रुपये में खरीदा है। भारत ने अक्टूबर 2018 में एस-400 हवाई रक्षा मिसाइल प्रणाली की पांच इकाइयां खरीदने के लिए रूस के साथ करार पर दस्तखत किए थे। चीन के पास यह मिसाइल डिफेंस सिस्टम पहले से ही मौजूद है। गवर्नमेंट-टु-गवर्नमेंट डील के तहत उसने 2014 में यह सिस्टम लिया था।
क्या है S-400 डिफेंस सिस्टम
यह एयर डिफेंस मिसाइल सिस्टम है, जो दुश्मन के एयरक्राफ्ट को आसमान से गिरा सकता है। S-400 को रूस का सबसे अडवांस लॉन्ग रेंज सर्फेस-टु-एयर मिसाइल डिफेंस सिस्टम माना जाता है। यह दुश्मन के क्रूज, एयरक्राफ्ट और बलिस्टिक मिसाइलों को मार गिराने में सक्षम है। यह सिस्टम रूस के ही S-300 का अपग्रेडेड वर्जन है। इस मिसाइल सिस्टम को अल्माज-आंते ने तैयार किया है, जो रूस में 2007 के बाद से ही सेवा में है। यह एक ही राउंड में 36 वार करने में सक्षम है।
रूस ने अप्रैल 2007 में किया था तैनात
400 किलोमीटर तक मार करने वाले इस सिस्टम को रूस ने 28 अप्रैल, 2007 को तैनात किया था। मौजूदा दौर का यह सबसे अडवांस एयर डिफेंस सिस्टम है। एक्सपर्ट्स के मुताबिक इजरायल और अमेरिका का मिसाइल डिफेंस सिस्टम भी मजबूत है, लेकिन उनके पास लॉन्ग रेंज की मिसाइलें हैं। इसकी बजाय रूस के पास कम दूरी में मजबूती से मार करने वाला मिसाइल डिफेंस सिस्टम है। यह एयरक्राफ्ट्स को मार गिराने में सक्षम है, जिसके जरिए अटैक का भारत पर खतरा रहता है।
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