
भारतीय विदेश मंत्री सुब्रमण्यम जयशंकर ने सिंगापुर में कहा कि भारत और रूस ने एक-दूसरे के हितों का हमेशा सामान्य से ज्यादा ख्याल रखा है। दोनों देशों के बीच हमेशा सकारात्मक संबंध रहे हैं। भारत और रूस के संबंधों को ज्यादा बेहतर करने पर हुए एक सवाल के जवाब में भारत के विदेश मंत्री ने ये बात कही। जयशंकर ने कहा कि मैं अपने दृष्टिकोण और अनुभवों के आधार पर कहता हूं कि रूस एक ऐसा देश है जिसके साथ हमारे हमेशा सकारात्मक संबंध रहे है। मॉस्को और नई दिल्ली को अपने संबंधों को आगे बढ़ाने के लिए विश्वास रखना चाहिए।
आरटी डॉटकॉम की रिपोर्ट के मुताबिक, जयशंकर से पूछा गया कि भारत रूस के साथ तेल खरीद के जरिए क्या सौदा जारी रखकर प्रतिबंधों के प्रभाव को कम कर रहा है। इस पर जयशंकर ने पश्चिम की नीतियों पर सवाल उठाते हुए कहा कि कहा कि वे अपने लोगों के परिणामों को ध्यान में रखते हुए राजनीति का प्रबंधन करते हैं। जयशंकर ने कहा कि रूस के साथ हमारे संबंध स्थिर और हमेशा बहुत मैत्रीपूर्ण रहे हैं। इस साल फरवरी में म्यूनिख सुरक्षा सम्मेलन में बोलते हुए उन्होंने कहा था कि मॉस्को और पश्चिम के साथ अपने संबंधों को संतुलित करने की क्षमता के लिए नई दिल्ली की सराहना की जानी चाहिए। स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट के आंकड़ों के मुताबिक, रूस भारत का सबसे बड़ा हथियार आपूर्तिकर्ता भी बना हुआ है।
Home / News / भारत-रूस संबंधों पर बोले एस जयशंकर- दोनों देश रखते हैं एक-दूसरे के हितों का ‘अतिरिक्त ध्यान’
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