मुंबई: खेल में नौकरी की सुरक्षा की अहमियत पर जोर देते हुए महान क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर ने बड़ी और बहुराष्ट्रीय कंपनियों से अपील की कि वे खिलाडिय़ों को नौकरी देना शुरू करें। तेंदुलकर ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि मुंबई क्रिकेट में एक बदलाव आया है, जो अच्छे के लिए नहीं है, जिससे मैं खुश नहीं हूं, वह नौकरी मिलना है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि पहले अनुबंधित खिलाड़ी कम थे, खिलाडिय़ों के पास नौकरी की सुरक्षा थी जो आज की दुनिया में नहीं है।’’
तेंदुलकर ने कहा, ‘‘खिलाडिय़ों को अन्य चीजों के बारे में सोचने की जरूरत नहीं थी और सिर्फ खेल पर ध्यान लगाना था। और इसके ठोस नतीजे मिलते थे, सकारात्मक नतीजे जहां तक मुंबई क्रिकेट का सवाल है। खिलाड़ी योगदान दे पाते थे, यहां मैं यह नहीं कह रहा कि आज के खिलाड़ी अपना सर्वश्रेष्ठ नहीं दे रहे या अच्छा प्रदर्शन नहीं कर रहे, लेकिन नौकरी की सुरक्षा की कमी खल रही है।।’’ दायें हाथ का यह बल्लेबाज यहां मुंबई पुलिस जिमखाना के 69वें पुलिस आमंत्रण शील्ड क्रिकेट टूर्नामेंट 2016-17 के पुरस्कार वितरण समारोह के दौरान बोल रहा था।
टेस्ट क्रिकेट में 200 मैच खेलने वाले एकमात्र बल्लेबाज तेंदुलकर ने कहा, ‘‘मैं इस मंच का इस्तेमाल अपनी सभी बड़ी कंपनियों, बहुराष्ट्रीय कंपनियों से यह अपील करने के लिए करूंगा कि वे खिलाडिय़ों को नौकरी देना शुरू करें। उनका समर्थन करें, सुरक्षा दें।’’ तेंदुलकर ने स्कूल स्तर पर प्रत्येक टीम में 14 खिलाडिय़ों के उनके विचार को स्वीकृति देने के लिए मुंबई क्रिकेट संघ की तारीफ भी की। इस पूर्व भारतीय क्रिकेटर ने कहा कि प्रत्येक टीम में 14 सदस्य होने से खिलाडिय़ों को अधिक मौके मिलेंगे। टूर्नामेंट का खिताब कर्नाटक खेल संघ ने जीता जिसने फाइनल में एमआईजी क्रिकेट क्लब को हराया।