
स्पेन से अलग होने की जुगत में भिड़ा स्वायत्त प्रदेश कैटेलोनिया सीधे तौर पर स्पेन सरकार से टक्कर ले रहा है लेकिन स्पेन सरकार है कि इसे खुद से अलग ही नहीं करना चाहती। हालांकि शुक्रवार को यहां की संसद ने एक प्रस्ताव पास करके खुद को स्पेन से अलग होकर एक गणराज्य होने की घोषणा कर दी है। आखिर स्पेन के लिए कैटेलोनिया की क्या अहमियत है।
कैटेलोनिया की मांग
कैटेलोनिया के स्पेन से अलग होने के कारण आर्थिक समीकरणों में छिपे नजर आते हैं। कैटेलोनिया स्पेन का इंडस्ट्रियल हब है। लंबे समय से मैड्रिड से अधिक धनराशि आवंटन और वित्तीय स्वतंत्रता की मांग करता रहा है लेकिन मैड्रिड के इनकार के बाद से इस क्षेत्र में स्वतंत्रता की मांग लगातार तूल पकड़ती रही और साल 2015 में कैटेलोनिया प्रांत में आई अलगाववादी सरकार ने स्वतंत्रता अभियान का समर्थन किया।विशेषज्ञ मानते हैं कि साल 2008 के वैश्विक आर्थिक संकट के बाद पैदा हुई बेरोजगारी और कर्ज वृद्धि के लिए कैटेलोनिया, मैड्रिड को जिम्मेदार मानता है।
अलग होने का कारण
स्पेन के उत्तरी इलाके में बसे कैटेलोनिया में स्पेन की 16 प्रतिशत आबादी रहती है। लोगों की भाषा और कल्चर स्पेन से अलग है। बहुत से लोगों का मानना है कि स्पेन में उनके साथ भेदभाव हो रहा है। रॉयटर्स के मुताबिक कैटेलोनिया हर साल मैड्रिड को 12 अरब डॉलर टैक्स देता है। स्पेन का लगभग 25 फीसदी निर्यात इसी राज्य से होता है। जीडीपी में इसकी हिस्सेदारी तकरीबन 20 फीसदी की है। वहीं स्पेन पर लगभग 120 लाख करोड़ से भी ज्यादा का कर्ज है। कैटेलोनिया से प्राप्त राजस्व का एक बड़ा हिस्सा स्पेन सरकार अपने कर्ज पाटने के लिए करती है।
क्या चाहता है स्पेन
कैटेलोनिया के राष्ट्रपति कार्लेस पुइडिमोंट ने जनमत संग्रह का निर्णय लिया लेकिन स्पेन सरकार और मेड्रिड की अदालत ने इस पर रोक लगा दी थी। स्पेनवासी मानते हैं कि कैटेलोनिया को अन्य राज्यों की तुलना में अधिक अधिकार मिले हैं और स्वास्थ्य, शिक्षा के क्षेत्र में भी कैटेलोनिया अलग नीतियां बनाता है। प्रधानमंत्री मारियानो रहोई ने कहा कि जनमत संग्रह हुआ ही नहीं है। उनका कहना है कि कैटेलोनिया के अधिकतर लोग स्पेन से अलग नहीं होना चाहते। कैटेलोनिया में स्वतंत्रता के लिए जनमत संग्रह नहीं हुआ है।
IndianZ Xpress NZ's first and only Hindi news website