
दक्षिण कोरिया की राजधानी सोल में महिलाओं की सुरक्षा के के लिए शुरू की गयी व्यवस्था ‘‘ केवल महिलाओं की पार्किंग ” को 14 वर्षों के बाद हटा लिया गया है। बेसमेंट की कार पार्किंग में हिंसक अपराधों को ध्यान में रखते हुए सोल ने 2009 में केवल महिलाओं के लिए पार्किंग की व्यवस्था की गई थी लेकिन अब शहर के अधिकारियों के अनुसार, ऐसी जगहों की आवश्यकता नहीं रही हैं और इन्हें फैमिली पार्किंग के रूप में परिवर्तित किया जाएगा। लेकिन आलोचक इसे दक्षिण कोरिया की नारीवाद विरोधी नीतियों का नवीनतम उदाहरण बताते हैं।
सोल दक्षिण कोरिया का सबसे बड़ा शहर है और वहां 30 से अधिक जगह वाले कार पार्किंग में महिलाओं के लिए 10 प्रतिशत देना आवश्यक था। इस व्यवस्था में 16,640 सार्वजनिक पार्किंग स्थलों में से 2,000 से भी कम महिलाओं के लिए आरक्षित थे। वे प्रवेश द्वार के पास होते थे जिससे महिलाओं अंधेरे बेसमेंट में नहीं जाना पड़ता था।
2021 के सरकारी आंकड़ों के अनुसार शहर के कार पार्किंग में किए गए हिंसक अपराधों में से दो-तिहाई से ज्यादा बलात्कार, यौन हमला और उत्पीड़न जैसे अपराध थे। महिलाओं के लिए सोल में पार्किंग की यह व्यवस्था शुरू करने वाले मेयर ओह से-हून, ने अब वह अपनी ही नीति को उलटते हुए कहा कि अब परिवारों के लिए सोचने का समय है। नए पारिवारिक स्थलों को गर्भवती महिलाओं या बच्चों के साथ यात्रा करने वाले लोगों को उपलब्ध कराए जाएंगे। नगर परिषद ने कहा कि जो महिलाएं इन मानदंडों को पूरा नहीं करती हैं, उन्हें उनका उपयोग नहीं करने दिया जाएगा। आलोचकों के अनुसार, नारीवाद विरोधी संस्कृति पिछले कुछ वर्षों में दक्षिण कोरिया के राजनीति की विशेषता रही है।
दक्षिण कोरिया के पुरुषों का भी मानना है कि महिलाओं को लाभ पहुंचाने वाली नीतियां भेदभावपूर्ण हैं। वर्तमान सरकार ने स्कूल के नैतिकता पाठ्यक्रम से लैंगिक समानता शब्द हटा दिया है और लैंगिक समानता मंत्रालय को बंद करने की कोशिश कर रही है। केवल महिलाओं के लिए पार्किंग व्यवस्था 1990 के दशक में जर्मनी से शुरू हुई थी लेकिन दक्षिण कोरिया में यह हमेशा से विवादास्पद रही। सोल शहर की सरकार मार्च के अंत में इस व्यवस्था में परिवर्तित लाने की योजना बना रही है।
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