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बच्‍चों पर श्री श्री रविशंकर ने कह दी आंखें नम करने वाली बात, सुनकर आप भी करेंगे ईश्‍वर का धन्‍यवाद!


श्री श्री रविशंकर का कहना है कि बच्‍चे भगवान का उपहार होते हैं और उनका होना ईश्‍वर का आशीर्वाद है। अगर आप भी सोच रहे हैं कि बेबी प्‍लान करें या नहीं या फैमिली प्‍लानिंग करने में हिचक हो रही है, तो एक बार जान लें कि पेरेंट्स बनने के क्‍या फायदे होते हैं।
हर कोई चाहता है कि उनकी अपनी एक संतान हो। श्री श्री रविशंकर जी का कहना है कि बच्‍चे ईश्‍वर का आशीर्वाद होते हैं। उनके आने से जीवन में अपार खुशियां आती हैं और माता-पिता को इससे बहुत कुछ सीखने को मिलता है। श्री श्री रविशंकर के इस कथन से पता चलता है कि बच्‍चे होना एक बहुत ही खुशी की बात है और यह ईश्‍वर का आशीर्वाद होता है।
अगर आपके भी बच्‍चे हैं या आप बच्‍चा चाहते हैं, तो आप भी इस बात को अच्‍छे से समझते होंगे कि बच्‍चे ईश्‍वर का आशीर्वाद होते हैं। यहां हम आपको बता रहे हैं कि बच्‍चे होने से माता-पिता को क्‍या फायदे मिलते हैं और उन्‍हें क्‍या कुछ सीखने को मिलते हैं।
समय नहीं होता बर्बाद – Howtoliveameaningfullife के अनुसार पेरेंट बनने के बाद आपके पास इतना समय ही नहीं होता कि आप बेकार की चीजों पर ध्‍यान दे पाएं। पेरेंट्स का सारा ध्‍यान उनके बच्‍चे पर ही रहता है और वही उनकी पहली प्रायोरिटी होते हैं। पार्किंसन की लॉ के अनुसार “कोई भी प्रोजेक्ट आपके द्वारा दिए गए समय से पूरा होता है” और बच्चे होने पर आपको अपने समय के साथ ज्‍यादा किफायती होना पड़ता है।
धैर्य आ जाता है – अगर आप भी पेरेंट हैं, तो इस बात से वाकिफ होंगे कि बच्‍चे होने के बाद आप ज्‍यादा धैर्यवान हो गए हैं। बच्‍चे को संभालना और अपने से पहले उसकी जरूरतों को देखना आसान नहीं होता है और इन सभी चीजों को संभालने में आपके अंदर धैर्य विकसित होने लगता है।
कम नींद में भी हो जाता है काम – बच्‍चा होने के बाद कुछ साल तक तो नींद को भूल ही जाइए। बेबी को दूध पिलाने, डायपर बदलने जैसे कई काम होते हैं जिनके लिए रात को बार-बार जागना पड़ता है। ऐसे में पेरेंट्स की नींद ही पूरी नहीं हो पाती है। हालांकि, वो कम नींद में भी अपने सारे काम निपटाना सीख लेते हैं।
जिम्‍मेदार बनते हैं – बेबी होने के बाद उसकी सारी जिम्‍मेदारी मां-बाप की होती है। उन्‍हें ही देखना होता है कि बेबी ने दूध पिया है या नहीं, उसे कैसे कपड़े पहनाने हैं, कब वैक्‍सीन लगवाना है आदि। इन सभी चीजों की वजह से पेरेंट्स जिम्‍मेदार बन जाते हैं। जहां पहले उन्‍हें लगता होगा कि वो बहुत लापरवाह हैं, वहीं पेरेंट्स बनने के बाद उन्‍हें अपने अंदर जिम्‍मेदारी की भावना महसूस होती है।
बच्‍चा जिंदगी को बनाता है खुशहाल -खुद पेरेंट्स ने इस बात को शेयर किया है कि वो चाहे कितने भी स्‍ट्रेस में क्‍यों न हों, जब वो अपने बच्‍चे को देखते हैं, तब उनका स्‍ट्रेस अपने आप छूमंतर हो जाता है। बच्‍चे की एक प्‍यारी-सी मुस्‍कान ही उन्‍हें खुश कर देती है।