
रूस की एक अदालत ने स्टालिन के समय की दमन की छानबीन करने वाले एक सक्रियतावादी की कैद की सजा सोमवार को बढ़ा कर 15 साल कर दी। युरी दमित्रीयेव (65), स्टालिन के दमन में मारे गये लोगों की सामूहिक कब्र का खुलासा करने के बाद चर्चा में रहा था। उसे अपनी दत्तक पुत्री के यौन उत्पीड़न के आरोपों में गिरफ्तार किया गया था।
इसे मानवाधिकार सक्रियतावादियों ने मनगढ़ंत और राजनीतक रूप से प्रेरित आरोप बताते हुए खारिज कर दिया था। दमित्रीयेव पर बाल अश्लीलता, अश्लील हरकतें करने और अवैध हथियार रखने का आरोप लगाया था। उसे 2016 में बरी कर दिया गया था लेकिन कुछ ही महीने बाद उसके खिलाफ मामले को दोबारा खोल दिया गया।
जुलाई 2020 में उसे अदालत ने अपनी बेटी के यौन उत्पीड़न के मामले में दोषी करार दिया और साढ़े तीन साल की कैद की सजा सुनाई, जिसे कई महीने बाद बढ़ा कर 13 साल कर दिया गया। वह जेल में पांच साल रह चुका है।
सोमवार को, पेट्रोजावोदस्क अदालत ने एक बार फिर कैद की सजा बढ़ा कर 15 साल कर दी। हालांकि, दमित्री के वकील अदालत के इस फैसले के खिलाफ अपील करने की योजना बना रहे हैं।
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