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इजरायल को हथियार सप्लाई बंद करो… जिनपिंग और पुतिन के सामने सऊदी प्रिंस की अमेरिका को दो टूक, बताया विवाद का हल


सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान (MBS) ने इजरायल के खिलाफ एक सख्त कदम उठाने की मांग की है। मंगलवार को एक असाधारण ब्रिक्स शिखर सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस दौरान क्राउन प्रिंस ने बोलते हुए सभी देशों से इजरायल को हथियार निर्यात बंद करने का आग्रह किया। दक्षिण अफ्रीका की ओर से ब्रिक्स की एक वर्चुअल मीटिंग की मेजबानी की गई। मीटिंग में चीन के राष्ट्रपति जिनपिंग और रूसी राष्ट्रपति पुतिन भी थे। इस मीटिंग का उद्देश्य इजरायल-हमास संघर्ष को लेकर एक आम प्रतिक्रिया तैयार करना है।
इसके अलावा MBS ने कहा सऊदी अरब 1967 की सीमाओं के आधार पर फिलिस्तीन की स्थापना की मांग करता है। यह गंभीर और व्यापक शांति प्रक्रिया के लिए जरूरी है। उन्होंने कहा, ‘सऊदी अरब की स्थिति स्थिर और दृढ़ है। दो देश समाधान से जुड़े इंटरनेशनल निर्णयों को लागू करने के अलावा फिलिस्तीन में सुरक्षा और स्थिरता हासिल करने का कोई रास्ता नहीं है।’ इसके अलावा उन्होंने गाजा पर हो रहे हमलों की आलोचना करते हुए रोकने की मांग की।
इजरायल पर भड़के प्रिंस – उन्होंने कहा कि गाजा में होने वाले अपराध को सभी मिल कर रोक सकते हैं। इसके अलावा सऊदी प्रिंस ने गाजा पट्टी से फिलिस्तीनियों के जबरन विस्थापन पर अपनी अस्वीकृति जाहिर की और यहां के हालात सुधारने के लिए सामूहिक प्रयासों का आह्वान किया। 7 अक्टूबर को हमास ने अचानक इजरायल पर हमला कर दिया था। इसके बाद इजरायल ने गाजा पर हमला शुरू कर दिया। शुरुआत के कई दिनों तक इजरायल की ओर से बम बरसाए जाते रहे। वहीं अब इजरायली सेना ने उत्तरी गाजा के ज्यादातर हिस्सों पर कब्जा कर लिया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक गाजा में 13,000 से ज्यादा लोगों की मौत हुई।
मानवाधिकार के दोहरे मापदंड – फिलिस्तीनी नागरिकों के खिलाफ मानवाधिकारों के उल्लंघन को लेकर MBS ने दोहरे मापदंड की ओर इशारा किया। उन्होंने फिलिस्तीनी नागरिकों के खिलाफ अत्याचारों पर अंतरराष्ट्रीय समुदाय की चुप्पी की आलोचना की। उन्होंने कहा, ‘हम एक मानवीय त्रासदी का सामना कर रहे हैं, जो इजरायल के मामले में यूएम और अंतरराष्ट्रीय समुदाय के विफलता की गवाही देता है। यह एक ऐसा मामला है, जो दोहरे मानकों को दिखाता है।’ इसके अलावा उन्होंने इस्लामिक देशों से गाजा में मानवीय सहायता पहुंचाने के लिए कार्रवाई की मांग की है।