आज यानी 20 अप्रैल को साल 2023 का पहला सूर्य ग्रहण (Surya Grahan) लग रहा है। बताया जा रहा है कि इसकी अवधि सुबह 07 बजकर 04 मिनट से 12 बजकर 29 मिनट तक रहेगी। हालांकि सूर्य ग्रहण भारत में नहीं दिखेगा। इस बार तीन तरह के सूर्य ग्रहण दिखने वाले हैं जिसकी वजह से इसे हाई हाइब्रिड सूर्य ग्रहण बताया जा रहा है।
सूर्य ग्रहण क्या है? जब सूर्य और पृथ्वी के बीच में चंद्रमा आ जाता है, तब चांद के पीछे सूर्य का बिंब कुछ समय के लिए पूरी तरह से ढक जाता है। बताया जा रहा है कि इस बार का सूर्य ग्रहण दक्षिणी दक्षिण अमेरिका, अंटार्कटिका और प्रशांत और अटलांटिक महासागर में ही देखने को मिलेगा।
बेशक सूर्य ग्रहण का नजार अद्भुत होता है और आंखों को सुकून देने वाला होता है और ज्योतिष भाषा में इसके अलग-अलग फायदे और नुकसान हैं। लेकिन आप बचपन से सुनते आ रहे होंगे कि सूर्य ग्रहण के स्वास्थ्य पर भी प्रभाव पड़ सकते हैं। चलिए समझते हैं कि सूर्य ग्रहण किस तरह आपके स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है।
सूर्य ग्रहण का स्वास्थ्य पर प्रभाव (Health Effects Of The Solar Eclipse) – ध्यान रहे कि सूर्य ग्रहण एक प्राकृतिक घटना है। ऐसा माना जाता है कि इसका मानव स्वास्थ्य पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ता है। हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार, ग्रहण के घातक प्रभाव से बचने के लिए इस समय के दौरान कुछ जरूरी सुरक्षा उपायों का पालन किया जाना चाहिए। ऐसा कहा जाता है कि आने वाले शिशु और खुद की सुरक्षा के खातिर गर्भवती महिलाओं को ग्रहण देखने से बचना चाहिए और घर पर ही रहना चाहिए। हालांकि भारतीय पौराणिक कथाओं में पाए जाने वाले सभी विचारों का विज्ञान समर्थन नहीं करता है। इसलिए इन नियमों का पालन करना चाहते हैं या नहीं, यह पूरी तरह आप पर निर्भर है।
गर्भावस्था पर सूर्य ग्रहण का प्रभाव – सूर्य ग्रहण का आंखों पर प्रभाव (Solar Eclipse Effect On Eyes) -solar-eclipse-effect-on-eyes
NCBI पर प्रकाशित एक अध्ययन (Ref) के अनुसार, नंगी आंखों से सूर्य ग्रह को देखने से आपके रेटिना को नुकसान पहुंच सकता है। इतना ही नहीं, कई मामलों में यह इससे अंधापन भी हो सकता है। आंखों की सुरक्षा के लिए ग्रहण को न देखने की सख्त सलाह दी जाती है। वास्तव में ग्रहण के दौरान सूर्य की किरणें केंद्रित होती हैं, जिससे नंगी आंखों से देखना खतरनाक हो जाता है क्योंकि वे संवेदनशील नेत्र कोशिकाओं को नुकसान पहुंचा सकती हैं। सूर्य ग्रहण देखने के लिए विशेष प्रकार के चश्मों का इस्तेमाल करने की सलाह दी जाती है। ध्यान रहे कि धूप का चश्मा या फोटोग्राफिक निगेटिव इसके लिए बेहतर विकल्प नहीं हैं।
आप थका हुआ महसूस कर सकते हैं – ऐसा माना जाता है कि सूर्य ग्रहण के बाद आप थोड़ा सुस्त या थकान महसूस कर सकते हैं। उदाहरण के लिए अगर आप पहले उत्साहित महसूस कर रहे थे, तो ग्रहण शुरू होने के बाद आप थका हुआ महसूस कर सकते हैं। इतना ही नहीं, आपको रोजाना के कार्यों को करने के लिए ऊर्जा की कमी महसूस हो सकती है। यह सलाह दी जाती है की इस दौरान कोई जरूरी या खास काम को करने से बचना चाहिए।
सूर्य ग्रहण से पेट हो सकता है खराब – कुछ लोग मानते हैं कि सूर्य ग्रहण का आपके पाचन तंत्र पर बुरा असर पड़ता है। इससे आपको चक्कर आना, मतली, अपच और कब्ज जैसे लक्षण महसूस हो सकते हैं। यही वजह है कि इस ग्रहण के दौरान कुछ भी खाने-पीने से मना किया जाता है।
मूड में हो सकता है बदलाव – कुछ लोग ऐसा भी मानते हैं कि ग्रहण के दौरान आपके मूड में अचानक बदलाव हो सकता है। ग्रहण के दौरान आप मूड में बदलाव, चिड़चिड़ापन, दिमाग में फालतू के विचार आना, ध्यान लगाने में कमी और बेचैनी जैसे लक्षण महसूस कर सकते हैं।
सूर्य ग्रहण का गर्भावस्था पर प्रभाव (Solar Eclipse Effect On Pregnancy) – गर्भवती महिलाओं के लिए ग्रहण हानिकारक हो सकता है। ऐसा माना जाता है कि गर्भवती महिलाओं को ग्रहण के दौरान घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए क्योंकि यह उसके और आने वाले शिशु के लिए खतरनाक हो सकता है। इससे उसे बच्चे को जन्म देने में कठिनाई के साथ बच्चे में किसी तरह की गड़बड़ी का खतरा हो सकता है।