
इस साल मई में भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान में कई आतंकी ठिकानों को तबाह किया था। चार दिन के इस संघर्ष में पाकिस्तानी सेना के एयरबेस भी भारतीय मिसाइलों का निशाना बने। अब सामने आया है कि पाक की आर्मी और एयरफोर्स के साथ-साथ नेवी भी मुश्किल का सामना कर रही है। पाक नेवी ऑपरेशन सिंदूर के बाद सबसे खराब दौर का सामना कर रही है। पाक नेवी की पनडुब्बी ताकत कम हो रही है और जहाज डॉकयार्ड में जंग खा रहे हैं। इसका असर ये हुआ है कि उसके नौसैनिक अभ्यास तक रद्द ह गए हैं दूसरी ओर भारत की नेवी का प्रभुत्व बढ़ रही है।
CNN-News18 ने सूत्रों और समुद्री डेटा के हवाले से बताया है कि पाकिस्तान नौसेना अरब सागर में किसी भी सार्थक तैनाती के लिए तैयार नहीं है। ऐसा तब हो रहा है जब भारतीय नौसेना ने अपनी उपस्थिति का विस्तार किया है और पाकिस्तानी जल सीमा के पास गश्त बढ़ा दिया है। समुद्री ट्रैकिंग डेटा से पता चलता है कि पाकिस्तान के अधिकांश सतह युद्धपोत समुद्र के बजाय कराची नौसेना बेस पर बर्थ किए गए हैं।
क्यों मुश्किल में भारतीय नेवी! – पाकिस्तान की नेवी की कमडोर स्थिति के पीछे पुराने होते जहाज एक अहम वजह हैं। विशेष रूप से 1990 के दशक में यूके से अधिग्रहित किए गए टाइप-21 फ्रिगेट का रखरखाव महंगा है और ये बार-बार मरम्मत की मांग करते हैं। इतना ही नहीं इनके स्पेयर पार्ट दुर्लभ हैं क्योंकि मूल निर्माताओं ने अब इनको बनाना बंद कर दिया है।
IndianZ Xpress NZ's first and only Hindi news website