
अफगानिस्तान में तालिबान का कहर एक बार फिर बढ़ने लग गया है। अब तालिबान ने दावा किया है कि अफगानिस्तान के दूसरे सबसे बड़े शहर कंधार पर उसने कब्जा कर लिया है। अगर ऐसा है तो अफगानिस्तान की सरकार के हाथों में अब सिर्फ राजधानी काबुल और कुछ अन्य छोटे-मोटे क्षेत्र बचेंगे। एक स्थानीय निवासी के दावे के आधार पर न्यूज एजेंसी एएफपी ने बताया कि तालिबान के एक प्रवक्ता ने किसी आधिकारिक अकाउंट से ट्वीट किया- ‘कंधार पूरी तरह से जीत लिया गया है। मुजाहिदीन शहर में शहीद चौक पर पहुंच गया है।’ तालिबान ने एक हफ्ते में अफगानिस्तान के 34 प्रांतीय राजधानियों में से 11 पर अपना नियंत्रण स्थापित कर लिया है।
कुछ दिनों में राजधानी काबुल पर कब्जा कर सकता है तालिबान : तालिबान के आतंकी काबुल से लगभग 150 किमी की दूरी पर स्थित गजनी पर और ईरान सीमा के पास स्थित हेरात पर पहले ही कब्जा कर चुके हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि ये आतंकी अब कभी भी काबुल पर हमला कर सकते हैं। अफगानिस्तान की राजधानी पर तालिबान के कब्जे के बाद से ही अशरफ गनी सरकार का पतन हो जाएगा। अमेरिकी सेना ने भी आशंका जाहिर की है कि तालिबान आतंकी 30 से 90 दिन के अंदर काबुल पर कब्जा कर सकते हैं।
अमेरिका ने तालिबान से कहा- हमारे दूतावास को बख्श दो : अफगानिस्तान में तालिबान की बढ़ती हुकूमत से अमेरिका भी सहमा हुआ है। कतर की राजधानी दोहा में जारी वार्ता के दौरान अमेरिकी अधिकारियों ने तालिबान से लड़ाई के दौरान अपने दूतावास को छोड़ने को कहा। उन्होंने कहा कि हम तालिबान से काबुल पर हमले के दौरान अपने दूतावास की सुरक्षा का आश्वासन मांग रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम आश्वासन चाहते हैं कि वे काबुल में अमेरिकी दूतावास पर हमला नहीं करेंगे।
अपने कर्मचारियों को वापस लाने 3,000 सैनिक भेजेगा अमेरिका : अफगानिस्तान में तेजी से बदल रहे हालात के मद्देनजर अमेरिका काबुल में दूतावास से कुछ और कर्मियों को वापस लाने के लिए अतिरिक्त सैनिक भेजने वाला है। पेंटागन के प्रेस सचिव जॉन किर्बी ने घोषणा की कि अमेरिकी रक्षा विभाग काबुल से एंबेसी के कर्मचारियों को निकालने के लिए अफगानिस्तान में सेना भेजेगा।जॉन किर्बी ने कहा अगले 24-48 घंटों में काबुल हवाई अड्डे पर 3 पैदल सेना बटालियनों को ट्रांसफर किया जाएगा। यह लगभग 3,000 सैनिक हैं। ब्रिटेन भी अपने सैनिक भेज रहा है।
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