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बच्‍चे को कोई बुरी आदत ना लगे और बड़ा होकर वो एक अच्‍छा इंसान बने। ये पैरेंट्स को ही देखना होता है

बच्‍चों की परवरिश करना मां-बाप की जिम्‍मेदारी होती है। अपने बच्‍चे को अच्‍छी आदतें सिखाने और उसे अच्‍छा भविष्‍य देने की पैरेंट्स हर संभव कोशिश करते हैं। वो चाहते हैं कि उनके बच्‍चे को कोई बुरी आदत ना लगे और बड़ा होकर वो एक अच्‍छा इंसान बने। ये पैरेंट्स को ही देखना होता है कि उनका बच्‍चा कोई गलत काम ना करे और वो जो भी कर रहा है उससे उनके परिवार और समाज को कोई नुकसान ना पहुंचे। कहते हैं कि आप घर से बाहर लोगों के साथ कैसा व्‍यवहार करते हैं, किस तरह से बात करते हैं, इस सबसे झलकता है कि आपके मां-बाप ने आपको कैसी परवरिश दी है।
इसी कारण से कहा जाता है कि मां-बाप बनने के बाद जिम्‍मेदारी बहुत बढ़ जाती है क्‍योंकि आपको अपने बच्‍चे को ना सिर्फ अच्‍छी परवरिश देनी है बल्कि उसे एक अच्‍छा इंसान भी बनाना है। कुछ ऐसी आदतें और स्किल्‍स भी हैं जो पैरेंट्स को अपने बच्‍चे को जरूर सिखानी चाहिए। इस आर्टिकल में हम आपको कुछ ऐसे स्किल्‍स के बारे में बता रहे हैं, जो पैरेंट्स को अपने बच्‍चों को जरूर सिखाने चाहिए। इन स्किल्‍स की मदद से आपके बच्‍चे की जिंदगी बेहतर हो सकती है।

​पॉजिटिव एटीट्यूड रखना : बच्‍चे को हर चीज में पॉजिटिव रहना सिखाएं। उसे छोटी-छोटी चीजों में खुश रहना, जो मिला है उसके लिए शुक्रगुजार होना सिखाएं। दुनिया के हर दुख और तकलीफ को खुशी और पॉजिटिविटी से हटाया जा सकता है।
असहमति को सुलझाना : कई लोगों की आदत होती है कि वो बहस करते समय दूसरे की बात या उसके पक्ष को समझने की कोशिश ही नहीं करते। आप अपने बच्‍चे को समझाएं कि जब उसकी किसी से बहस या असहमति होती है, तो गहरी सांस ले और सामने वाले की बात को भी समझने की कोशिश करे।
अपने लिए खड़े होना : कुछ गलत होने पर, जब आप खुद अपने लिए खड़े नहीं होंगे, तब तक कोई आपका साथ नहीं देगा। ये आदत आपको भी अपने बच्‍चे को सिखानी है।
​माफी मांगना : किसी से माफी मांगना या माफ कर देना बहुत बड़ी चीज होती है। इन दोनों के लिए ही बहुत हिम्‍मत चाहिए होती है। बच्‍चे के व्‍यवहार को ऐसा बनाने की कोशिश करें कि वो पुराने बातों को भूलकर आगे बढ़ने पर ध्‍यान दे सके।
मदद करना सिखाएं : बच्‍चे को सिखाएं कि जरूरत पड़ने पर उन्‍हें दूसरों की मदद करनी चाहिए और अपने व्‍यवहार में थोड़ी दयालुता रखनी चाहिए। इससे बच्‍चों को चाहत और जरूरत के बीच का फर्क भी समझ आएगा।
टीम में काम करना : टीम के साथ मिलकर काम करना और अपने से अलग लोगों की बात को सुनना और उसे स्‍वीकार करना काफी मुश्किल होता है लेकिन जो व्‍यक्‍ति इस काम को कर लेता है, हर कोई उसे फॉलो करता है। आपको अपने बच्‍चे को यह स्किल भी सिखाना है।