
पाकिस्तान के लाहौर में रविवार को एक महिला उस समय भीड़ का शिकार होते-होते बची जब वह एक होटल में खाना खाने गई थी। महिला की ड्रेस पर अरबी भाषा में प्रिंट था, जिसे कुछ लगों ने कुरान की आयत समझा और महिला पर ईशानिंदा का आरोप लगा दिया। सही समय पर पहुंची लाहौर पुलिस की महिला अफसर सैयदा शहर बानो नकवी ने भीड़ को चेताया और महिला को वहां से निकाल लिया। नकवी की इस काम के लिए पंजाब सीएम मरियम नवाज ने जमकर तारीफ की है तो लाहौर पुलिस डिपार्टमेंट ने उनका नाम बहादुरी के मेडल के लिए भेजने की बात कही है। एक लड़की को लिंचिंग से बचाने वाली शहर बानो ने बताया है कि दरअसल हुआ क्या था और क्यों उनको भीड़ पर चिल्लाते हुए सख्त होना पड़ा था।
बीबीसी के साथ एक इंटरव्यू में शहर गुलबर्ग सर्कल की एएसपी शहर बानो नकवी ने बताया, “किसी अंजान शख्स का कॉल पुलिस थाने में आया था कि इस तरह से एक लड़की को भीड़ ने घेर रखा है। इसके बाद मैं मौके पर पहुंची, जो लाहौर का बेहद तंग गलियों वाला इलाका है। मैंने लड़की को एक अबाया पहनाया और उसे वहां से निकालने लगी। एक तो वहां घनी आबादी है, इसलिए भीड़ का जमा हो जाना कोई बड़ी बात नहीं है। दूसरा खाने-पीने की दुकाने हैं। वहां जो स्टोव वगैरह चल रहे थे, उनको देखकर लगा कि कहीं कोई सिरफिरा उससे हमला ना कर दे। ऐसे में मैं चिल्लाई। अगर मैं चिल्लाती नहीं और भीड़ के अंदर ये डर नहीं होता कि मैं सख्ती करूंगी तो शायद कुछ बुरा हो सकता था लेकिन अल्लाह का शुक्र है कि लड़की को मैंने निकाल लिया।”
‘उस वक्त कुछ भी हो सकता था’ – शहर बानो की सूझबूझ और बहादुरी ने ना सिर्फ लड़की की जिंदगी को बचाा बल्कि किसी संभावित हिंसा को भी रोका। शहर बानो ने इस समय लिए फैसले पर कहा, “यह एक महत्वपूर्ण क्षण था और तुरंत फैसला लेना था। मुझे महिला की सुरक्षा सुनिश्चित करने और उसे कोई नुकसान होने से रोकने के लिए तेजी से कार्रवाई करनी थी। महिला के अलावा भी वहां लोगों की भीड़ थी, जरा सी चूक किसी बड़े हादसे की वजह बन सकती थी। मेरे सहरकर्मियों ने मदद की और हम लड़की को लेकर निकल गए तो राहत की सांस ली।”
Home / News / लड़की के सर को तन से जुदा करना चाहती थी भीड़, पाकिस्तानी पुलिस की शेरनी ने कैसे बचाया, बताई खौफनाक कहानी
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