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चीन की धमकियों पर चेक रिपब्लिक का पलटवार, बताया- असभ्य और घमंडी व्यवहार


ताइवान को लेकर चेक रिपब्लिक और चीन में तनातनी जारी है। हाल में ही चेक रिपब्लिक के सीनेट के अध्यक्ष मिलोस वीसट्रिसिल ने ताइवान का दौरा किया। जिसपर चीन ने गुस्से का इजहार करते हुए कीमत चुकाने की धमकी दे डाली। अब इस पर चेक रिपब्लिक की राजधानी प्राग के एक जिले के रेपोरिज के मेयर ने पलटवार करते हुए चीनी विदेश मंत्री वांग यी को वुल्फ वॉरियर डिप्लोमेट करार दिया।
‘चीन ने असभ्य और घमंडी व्यवहार दिखाया’
मेयर पावेल नोवोटनी ने सीनेट अध्यक्ष मिलोस वीसट्रिसिल ने ताइवान यात्रा को लेकर वांग यी के धमकी के जवाब में लंबा चौड़ा पत्र लिखकर चीन के माफी की मांग की है। उन्होंने चीन को धमकाते हुए कहा कि निश्चित रूप से उन्हें उनके अदूरदर्शी व्यवहार और राजनीतिक अवसरवाद की भारी कीमत चुकानी पड़ेगी। उन्होंने अपने देश के खिलाफ चीन के विदेश मंत्री वांग यी की टिप्पणियों पर उनसे माफी की मांग की। मेयर पावेल ने कहा कि चीनी विदेश मंत्री ने अपने कूटनीतिक मानदंडों को पार करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि चीनी विदेश मंत्रालय ने धमकी देकर असभ्य और घमंडी व्यवहार का परिचय दिया है।
क्या कहा था चीनी विदेश मंत्री ने?
चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने यूरोपीय देश चेक गणराज्य को धमकाते हुए कहा था कि उसे ताइवान के साथ दोस्ती की भारी कीमत चुकानी पड़ेगी। उन्होंने चेक गणराज्य के अधिकारी की ताइवान यात्रा को भड़काने वाला और अदूरदर्शी कदम करार दिया था। वांग यी ने चेतावनी देते हुए कहा था कि जो कोई भी एक चीन (One China) नीति को चुनौती देगा, उसे भारी कीमत चुकानी पड़ेगी।
ताइवान के साथ विदेशों के बढ़ते संबंधों से दबाव में है चीन
चीन सरकार अमेरिका के स्वास्थ्य मंत्री एलेक्स अजार की हाल की ताइपे यात्रा के बाद गहरे दबाव में है। एलेक्स अजार 41 साल बाद ताइवान की यात्रा करने वाले अमेरिका के पहले शीर्ष नेता हैं। चीन ताइवान को अपना हिस्सा बताता है। अजार ने इसी माह के दूसरे सप्ताह में ताइवान की यात्रा की थी और वहां की राष्ट्रपति साई इंग-वेन से भेंटवार्ता की थी।

बोइंग के मिनटमैन मिसाइल की तीन पीढ़िया अमेरिकी सेना में कार्यरत हैं। जिनमें मिनटमैन-1 को 1962 में अमेरिकी सेना में शामिल किया गया था। इसके दूसरे वर्जन को 1965, जबकि तीसरे वर्जन को 1970 में कमीशन किया गया। यह मिसाइल आज भी इतनी ताकतवर है कि 50 साल बाद भी अमेरिकी सेना ने इसे डी कमीशन नहीं किया है। इंटर कॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल (ICBM) है। जो एक महाद्वीप से दूसरे महाद्वीप तक मार करने में सक्षम है।

स्टेट ऑफ आर्ट हथियार होने के कारण इस मिसाइल को अमेरिका ने दूसरे किसी भी देश को नहीं बेचा है। इस मिसाइल की लंबाई 18.2 मीटर जबकि व्यास 1.85 मीटर है। यह मिसाइल की स्पीड 3 मैक है जो अपने साथ 300 किलोटन तक न्यूक्लियर वॉरहेड को ले जाने में सक्षम है। हिरोशिमा पर अमेरिका ने जो बम गिराया था वह 15 किलोटन का था। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि यह मिसाइल कितनी तबाही मचा सकती है।

बताया जाता है कि अगर इसके न्यूक्लियर वॉरहेड को हल्का कर दें तो यह मिसाइल 13000 किलोमीटर तक मार कर सकती है। इस मिसाइल को अमेरिका ने चीन के नजदीक गुआम नेवल बेस पर भी तैनात किया है। जिसे फायर करने की जिम्मेदारी अमेरिकी स्ट्रैटजिक फोर्स को है।

27 अगस्त की सुबह चीन ने चार मिसाइलों का टेस्ट किया था। ये चारों मध्यम दूरी तक मार करने वाली बैलिस्टिक मिसाइलें थीं। चीन ने पहले ही हेनान द्वीप के पास मिसाइल टेस्ट को लेकर नोटम जारी किया हुआ था। जिसके कारण इस क्षेत्र में हवाई यातायात को प्रतिबंधित कर दिया गया था। चीन ने यह कदम अमेरिकी खोजी जहाजों के उसकी वायुसीमा के नजदीक उड़ान भरने के बाद उठाया था।

‘ताइवान से दोस्ती मतलब चीन को दुश्मन बनाना’
खबर के अनुसार वांग ने चेक के सीनेट के अध्यक्ष की ताइवान यात्रा का हवाला देते हुए कहा कि एक-चीन नीति को चुनौती देने वाले किसी को भी भारी कीमत चुकानी पड़ेगी। उन्होंने कहा कि ताइवान चीन क्षेत्र का अविभाज्य हिस्सा है तथा ताइवान मुद्दे पर एक चीन नीति को चुनौती देना यानी 1.4 अरब चीनियों को दुश्मन बनाना एवं अंतरराष्ट्रीय विश्वास एवं आचरण का उल्लंघन करना है। चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियान ने वांग के बयान पर सोमवार को कहा कि चेक गणराज्य में चीन विरोधी शक्तियां जानबूझकर चीन की संप्रभुता पर बाधा खड़ी करती हैं और चीन के अंदरूनी मामलों में दखल देती हैं।