
यूरोपियन सदर्न ऑब्जर्वेटरी (ESO) वेरी लार्ज टेलिस्कोप (VLT) ने 6 गैलेक्सियों को एक विशाल ब्लैक होल के पास जाल में फंसे देखा है। ये धरती से सिर्फ एक अरब लाइट इयर दूर है। बताया जा रहा है कि ब्लैक होल धरती के सूरज जैसे एक अरब सितारों जैसे जितना घना (dense) है। ये सभी गैलेक्सी गैस के जाल में फंसी हैं जो आकाश गंगा (Milky Way) से 300 गुना ज्यादा है।
अभी और हो सकती हैं गैलेक्सी
ऐस्ट्रोनॉमी ऐंड ऐस्ट्रोफिजिक्स में छपी स्टडी के लेखक मार्को मिगनोली ने बताया कि ये खगोलीय धागे मकड़ी के जाले की तरह हैं। ऐसा पहली बार है जब इतनी बड़ी संख्या में गैलेक्सी एक-दूसरे के करीब हों। हो सकता है कि अभी ऐसी और भी गैलेक्सी हों। सह-लेखक बारबरा बालमवर्ड ने कहा है कि इस सुपरमैसिव ब्लैक होल (Supermassive Black Hole, SBH) के आसपास ये गैलेक्सी सबसे चमकदार ही हैं।
एक अरब साल पहले की रोशनी
स्टडी के एक और लेखक रॉबर्टो गिली ने कहा है कि यह SBH करीब एक अरब लाइट वर्ष दूर है। इसलिए ये ऐसा है कि करीब एक अरब साल पीछे देखा जा रहा है। वेब और गैलेक्सी के अंदर ब्लैक होल के बढ़ने के लिए पर्याप्त गैस है। स्टडी में कहा गया है कि इन वेब के बनने के लिए डार्क मैटर के विशाल स्ट्रक्चर अहम हैं।
कैसे बनते हैं इतने विशाल ब्लैक होल?
एक थिअरी के तहत माना जाता है कि बिग-बैंग के साथ ही ये SMBH पैदा हुए थे, जिस प्रक्रिया को Direct Collapse (डायरेक्ट कोलैप्स) कहा गया है। इसके मुताबिक तय न्यूनतम आकार के विशाल SMBH पैदा हुए जिनका mass हमारे सूरज से लाखों गुना ज्यादा था। दूसरी थिअरी के मुताबिक SMBH बिग-बैंग के काफी बाद ऐसे ब्लैकहोल से पैदा हुए जो किसी विशाल तारे के मरने से बना हो। इस केस में शुरुआत में SMBH सूरज से mass में कुछ हजार गुना ज्यादा होंगे और बाद में आसपास के सितारों और गैस के इनमें समाने से यह और विशाल होते चले गए।
Home / News / विशाल Black Hole के पास ‘फंसी’ हैं 6 गैलेक्सी, पहली बार ऐसा नजारा देख वैज्ञानिक इसलिए हैं हैरान
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