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भोजन और दवा के लिए तरसे गाजा के लोग, क्या इजराइल-हमास युद्ध में मिट जाएगा वजूद ?


अंतरराष्ट्रीय सहायता समूह चेतावनी दे रहे हैं कि वे गाजा पट्टी में लोगों को भोजन और अन्य बुनियादी सेवाएं नहीं दे पा रहे हैं और एक “गंभीर” मानवीय संकट बदतर होने जा रहा है। अंतर्राष्ट्रीय सहायता समूह गाजा में लगभग 63 प्रतिशत लोगों को भोजन और सहायता के अन्य साधन प्रदान करते हैं। इज़राइल ने 10 अक्टूबर, 2023 को गाजा के 23 लाख निवासियों को भोजन, ईंधन और अन्य आपूर्ति की अनुमति देना बंद कर दिया और कथित तौर पर जमीनी आक्रमण की तैयारी कर रहा है। मैं शांति और संघर्ष अर्थशास्त्र का विद्वान हूं और विश्व बैंक का पूर्व सलाहकार हूं, जिसमें हमास और इज़राइल के बीच 2014 में हुए युद्ध की अवधि भी शामिल है। अंतर्राष्ट्रीय सहायता समूह अब गाजा में उसी समस्या का सामना कर रहे हैं जिसका स्थानीय व्यवसायों और निवासियों को लगभग 16 वर्षों से करना पड़ रहा है: एक नाकाबंदी जो व्यक्तियों और दवाओं जैसी वस्तुओं को लगभग 25 मील लंबे क्षेत्र में आसानी से अंदर या बाहर जाने से रोकती है। 16 बरसों से लागू यह नाकाबंदी उस भोजन और ईंधन पर लागू नहीं होती थी जो समूह गाजा में लाते थे। अब, यह उसपर भी लागू होती है।
गाजा की नाकाबंदी और अर्थव्यवस्था – गाजा लगभग फिलाडेल्फिया के आकार का है और उसे अपनी अर्थव्यवस्था को बनाए रखने और विकसित करने के लिए विभिन्न व्यवसायों और देशों के साथ व्यापार की आवश्यकता है। लेकिन गाजा काफी हद तक विदेशी सहायता पर निर्भर है। यह आंशिक रूप से हमास के राजनीतिक सत्ता में आने के एक साल बाद, 2007 में इज़राइल द्वारा गाजा के आसपास स्थायी हवाई, भूमि और समुद्री नाकाबंदी स्थापित करने का परिणाम है। मिस्र, जिसकी दक्षिणी सीमा गाजा से लगती है, एक चौकी की भी निगरानी करता है जो विशेष रूप से लोगों के आने-जाने पर प्रतिबंध लगाती है। इज़राइल ने लगभग 17,000 गाजा निवासियों को इज़राइल में प्रवेश करने और काम करने की अनुमति दी है, गाजा में लोग जिस भोजन, ईंधन और चिकित्सा आपूर्ति का उपयोग करते हैं वह पहले इज़राइल से होकर जाती है।
इज़राइल गाजा के साथ दो भौतिक चौकियों को नियंत्रित करता है, जो लोगों और ट्रकों के प्रवेश और निकास दोनों की निगरानी करते हैं। इज़राइल गाजा में आने वाली सामग्रियों के प्रकार और मात्रा को सीमित करता है। और नाकेबंदी आम तौर पर उन गाज़ावासियों की इज़राइल में आवाजाही को प्रतिबंधित करती है जिनके पास कार्य परमिट या विशेष मंजूरी नहीं होती है – उदाहरण के लिए चिकित्सा उद्देश्यों से प्रवेश करने वालों को। 7 अक्टूबर को 20 इजरायली कस्बों और कई सैन्य ठिकानों पर हमास के अचानक हमले के बाद से नाकाबंदी के माध्यम से इजरायल के प्रतिबंध तेज हो गए, जिसके बाद इजरायल ने गाजा में आयात की व्यापक नाकाबंदी की घोषणा की। इसने सभी खाद्य, ईंधन और चिकित्सा आपूर्ति को क्षेत्र में प्रवेश करने से रोक दिया।
गाजा का अलगाव – वेस्ट बैंक और गाजा के फलस्तीनी परिक्षेत्र – जिन्हें आम तौर पर आर्थिक विश्लेषणों में एक साथ रखा जाता है – दोनों की छोटी अर्थव्यवस्थाएं हैं जो हर साल 6.6 अरब अमेरिकी डॉलर के बड़े घाटे में चलती हैं, क्योंकि वह जितना सामान आयात करते हैं, उसका मूल्य उन वस्तुओं से कहीं अधिक होता है, जिसका वह उत्पादन करते हैं और अन्यत्र बेचते हैं। 2020 में 53 प्रतिशत से अधिक गाजा निवासियों को गरीबी रेखा से नीचे माना गया था, और लगभग 77 प्रतिशत गाजा परिवारों को संयुक्त राष्ट्र और अन्य समूहों से किसी न किसी रूप में सहायता मिलती है, ज्यादातर नकदी या भोजन के रूप में।
गाजा की कमजोर अर्थव्यवस्था के कई जटिल कारण है, लेकिन सबसे बड़ा कारण नाकाबंदी और इससे पैदा होने वाला आर्थिक और व्यापारिक अलगाव है। औसत गज़ान के लिए, नाकाबंदी के कई व्यावहारिक प्रभाव हैं, जिनमें लोगों की भोजन प्राप्त करने की क्षमता भी शामिल है। गाजा में लगभग 64 प्रतिशत लोगों को खाद्य असुरक्षित माना जाता है, जिसका अर्थ है कि उनके पास पर्याप्त मात्रा में भोजन तक विश्वसनीय पहुंच नहीं है। गाजा के कुल आयात में खाद्य पदार्थों की मात्रा 2005 के बाद से 50 प्रतिशत तक बढ़ गयी है, जब इज़राइल ने पहली बार अस्थायी नाकाबंदी लगाई थी। और तब से वेस्ट बैंक और गाजा द्वारा उत्पादित भोजन की मात्रा में 30 प्रतिशत की गिरावट आई है। गाजा के लिए अपनी सीमाओं के भीतर भोजन का उत्पादन करना कठिन है। एक कारक यह है कि 2008 में और फिर 2018 में इजरायली हवाई हमलों ने गाजा के एकमात्र बिजली उत्पादन संयंत्र और मुख्य सीवेज ट्रीटमेंट संयंत्र को नुकसान पहुंचाया। इन हमलों के परिणामस्वरूप जमीन और पानी में सीवेज का कचरा फैल गया, खेत और खाद्य फसलें नष्ट हो गईं और समुद्र में मछलियों के जीवन को भी खतरा पैदा हो गया।