
गाजा में 72 घंटों में 21 बच्चों की भूख से मौत हो चुकी है। संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने चेतावनी दी है कि इस क्षेत्र में लोगों को जीवित रखने वाली आखिरी उम्मीदें भी खत्म हो रही हैं।
इजरायल के गाजा में खाना मांगते लोगों पर हमले और भूख से होती मौतों पर पश्चिम का भी ध्यान गया है। इजरायल के सहयोगी माने जाने वाले ब्रिटेन, जापान और कई यूरोपीय देशों ने गाजा में युद्ध रोकने की अपील की है। 28 देशों की ओर से जारी संयुक्त बयान में कहा गया है कि गाजा में युद्ध समाप्त होना चाहिए और इजरायल को अंतरराष्ट्रीय कानून का पालन करना चाहिए। इन देशों में ऑस्ट्रेलिया और कनाडा भी शामिल हैं। हालांकि अमेरिका और जर्मनी ने इस बयान पर हस्ताक्षर नहीं किए हैं।
इन देशों के विदेश मंत्रियों ने कहा कि गाजा में नागरिकों की पीड़ा नये स्तर तक पहुंच गई है। उन्होंने पानी और भोजन की बुनियादी जरूरतें हासिल करने की कोशिश कर रहे बच्चों और नागरिकों के लिए सहायता की धीमी आपूर्ति और उनकी अमानवीय हत्या की निंदा की है। बयान में कहा गया है कि इजरायल सरकार का सहायता वितरण मॉडल खतरनाक है। यह अस्थिरता को बढ़ावा देता है और गाजावासियों को मानवीय सम्मान से वंचित करता है।’
इजरायल का रवैया ठीक नहीं – 28 देशों के बयान में कहा गया है कि इजरायल सरकार का असैन्य आबादी को आवश्यक मानवीय सहायता देने से इनकार करना अस्वीकार्य है। इजराइल को अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून के तहत अपने दायित्वों का पालन करना चाहिए। इन देशों ने तत्काल युद्धविराम का आह्वान किया और कहा कि वे क्षेत्र में शांति लाने के लिए राजनीतिक मार्ग का समर्थन करने के वास्ते कदम उठाने को तैयार हैं।
IndianZ Xpress NZ's first and only Hindi news website