
वास्तुशास्त्र में घर के मुख्यद्वार का अत्यधिक महत्व माना गया है क्योंकि यही एकमात्र स्थान है, जहां से नकारात्मक और सकारात्मक ऊर्जा प्रवेश करती है। तभी तो इस स्थान को साफ-सुथरा रखने पर बल दिया जाता है। 28 मार्च से नवरात्र का आरंभ हो चुका है, जो 4 अप्रैल तक चलेंगे। मान्यता है कि नवरात्र के नौ दिन देवी दुर्गा उस प्रत्येक स्थान पर वास करती हैं, जहां उनके नाम का गुणगान हो रहा होता है। आप भी मां का अपने घर में प्रवेश करवाने के लिए 4 अप्रैल से पहले घर के मुख्यद्वार पर करें ये उपाय, जमकर बरसेगी नवदुर्गा की कृपा। धन मिलेगा भरपूर और रोग होंगे छू मंतर।
घर के मुख्य द्वार पर रंगोली सजाएं।
मां के चरण चिन्ह बनाएं, जो घर के अंदर की दिशा में आ रहे हों।
तोरण बांधे, इससे घर में नकारात्मक शक्तियां प्रवेश नहीं कर पाती। आम, पीपल, अशोक और बिल्व पत्र का तोरण शुभ प्रभाव देता है। जिस घर के बाहर यह बंधा होता है, वहां किसी भी तरह की ऊपरी बाधा घर में प्रवेश नहीं कर पाती। जब पत्ते सूख जाएं तो तोरण बदल दें। सूखा तोरण अशुभता बढ़ाता है।
घर-दुकान के मुख्यद्वार की पूर्व अथवा उत्तर दिशा में पानी से भरे पात्र में ताजे खुशबूदार फूल रखें। इससे मुख्या को बहुत सारे लाभ होंगे।
घर-परिवार में शुभता बनाए रखने के लिए मुख्यद्वार पर मां लक्ष्मी का ऐसा चित्रपट अंकित करें, जिसमें वह कमल के फूल पर बैठी मुद्रा में विराजित हों।
घर-दुकान के मुख्यद्वार की पूर्व अथवा उत्तर दिशा में सिंदूर से शुभ-लाभ, स्वास्तिक अथवा ओम लिखें। यह उपाय सुरक्षा कवच का काम करता है। जिस स्थान पर यह मांगलिक चिन्ह अंकित हो जाएं, वहां कोई भी रोग-शोक टिक नहीं सकता।
घर-दुकान का सदा मंगल चाहते हैं तो प्रवेश द्वार पर चांदी का स्वास्तिक लगाएं।
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