
रूस विमान हादसा जिसमें 41 यात्रियों की जिंदा जलने से मौत हो गई थी, के बाद एक एयर होस्टेज की हर तरफ तारीफ हो रही है। एयर होस्टेज ततयाना कसाटकिना ने अपनी सूझबूझ से कई जानें बचा लीं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, ततयाना ने आग का गोला बने विमान को खाली कराने के लिए यात्रियों को अपनी पूरी ताकत से बाहर फेंकना शुरू कर दिया था। यहां तक कि उन्होंने कई यात्रियों को कॉलर से पकड़ा और उन्हें प्लेन से बाहर फेंका।
एयर होस्टेज ने खुलासा किया कि कई लोग आग से बचने की कोशिश कर रहे थे लेकिन कुछ लोग अपने सामान को ले जाने की भी कोशिश कर रहे थे जिससे रास्ता ब्लॉक हो रहा था। प्लेन खाली कराने के दौरान एयर होस्टेज को भीड़ को आगे बढ़ाने के लिए लोगों को धक्के मारकर प्लेन से बाहर निकालना पड़ा। जैसे ही प्लेन रुका, विमान को खाली कराने की प्रक्रिया शुरू हो गई थी। मुझे कोई यात्री नहीं दिख रहा था, मैं बस उन्हें दरवाजे से बाहर फेंके जा रही थी ताकि रास्ता जाम ना हो।
मैं हर एक को कॉलर से पकड़ रही थी। इस हादसे में स्टेवर्ड मैक्सिम मोइसीव की भी मौत हो गई थी। वह एयरक्राफ्ट का रीयर डोर खोलने की कोशिश कर रहे थे।ततयाना ने बताया कि जब उन्होंने अपने पैर से एमरजेंसी का दरवाजा खोला तो पीछे से आग का शोर सुना। उन्होंने कहा, सब कुछ इतनी जल्दी हो रहा था। काले धुआं हर तरफ फैल गया था। विमान की आखिरी कतार में फंसे लोग बाहर निकलने के लिए चिल्ला रहे थे। हर कोई अपनी सीट से कूदकर आगे की तरफ दौड़ रहा था जबकि प्लेन अच्छी रफ्तार से उस वक्त भी आगे बढ़ रहा था।
विमान हादसे में बचे लोग एयर होस्टेज को शुक्रिया अदा कर रहे हैं। हादसे में बचे डिमित्री ख्लेबनी कोव ने कहा, मैं भगवान और एयर होस्टेज को शुक्रिया अदा करता हूं जिन्होंने मुझे बचा लिया. वे पूरे वक्त हमारे साथ रहकर हमारी मदद करते रहे. लोगों को धुएं से भरे केबिन से बाहर निकालने की कोशिश करते रहे। प्लेन के अंदर बहुत ज्यादा धुआं भर गया था और तापमान बहुत ज्यादा था। इस बीच, एक यात्री को लोग कसूरवार ठहरा रहे हैं। लोगों का कहना है कि एक शख्स ने अपने सामान के साथ काफी देर तक रास्ता रोक रखा था। इससे कई लोग आग की चपेट में आ गए।
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