
भारतीय रिजर्व बैंक यानी SBI की हाल ही में आई एक रिसर्च रिपोर्ट में बड़ा खुलासा हुआ है। एसबीआई की इस रिपोर्ट में रेहड़ी-पटरी वालों के लिए पीएम-स्वनिधि योजना की तारीफ करते हुए कहा गया है कि इसके लगभग 75 प्रतिशत लाभार्थी गैर-सामान्य वर्ग से आते हैं जिनमें ओबीसी की तादाद 44 प्रतिशत है। रिपोर्ट के मुताबिक, पीएम स्वनिधि योजना के तहत आवंटित कुल कर्ज में अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति की हिस्सेदारी 22 प्रतिशत है। कुल लाभार्थियों में से 43 प्रतिशत महिलाएं हैं।
ओबीसी को लेकर चल रही राजनीतिक बहस के बीच आई रिपोर्ट – यह रिपोर्ट देश में ओबीसी को केंद्र में रखकर चल रही व्यापक राजनीतिक बहस के बीच आई है। विपक्ष ओबीसी की बड़ी आबादी के मुताबिक उसे हिस्सेदारी देने की मांग कर रहा है जबकि सत्तारूढ़ बीजेपी इस मामले में राजनीति करने का आरोप लगा रही है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ‘एक्स’ पर रिपोर्ट को साझा करते हुए कहा, एसबीआई के सौम्य कांति घोष की यह रिसर्च पीएम स्वनिधि योजना के प्रभाव की साफ तस्वीर पेश करती है। घोष एसबीआई समूह के मुख्य आर्थिक सलाहकार हैं। प्रधानमंत्री ने अपनी वेबसाइट पर रिपोर्ट के बिंदुओं को साझा करते हुए कहा है कि आर्थिक उत्थान के मद्देनजर पीएम स्वनिधि योजना बड़ी सफलता है।
2020 में केंद्र सरकार ने लॉन्च की थी योजना – सरकार ने कोविड से प्रभावित रेहड़ी-पटरी दुकानदारों को अपना कारोबार दोबारा शुरू करने के लिए यह योजना एक जून, 2020 को शुरू की थी। योजना के तहत अब तक तीन किस्तों में करीब 70 लाख कर्ज बांटे गए हैं जिनका कुल मूल्य 9,100 करोड़ रुपये से अधिक है। इससे 53 लाख से अधिक रेहड़ी-पटरी वालों को फायदा हुआ है।
Home / News / India / पीएम मोदी की इस योजना की हो रही तारीफ, 44 फीसदी OBC को मिला है इससे फायदा, SBI की रिपोर्ट में खुलासा
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