
पाक सेना प्रमुख ने देश में अराजक घटनाओं का ठीकरा सोशल मीडिया पर फोड़ा। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ सालों में सोशल मीडिया पर सेना की आलोचना ज्यादा होने लगी है। इससे देश का राजनीतिक और सामाजिक तानाबाना बिगड़ रहा है। ऐसे लोगों के खिलाफ सख्ती से एक्शन लिया जाएगा।
पाकिस्तान के सेना प्रमुख असीम मुनीर ने कहा है कि देश के सभी लोगों को शरिया और संविधान की इज्जत करनी चाहिए। मुनीर ने कहा कि हम उन लोगों को पाकिस्तानी नहीं मानते जो शरीयत और संविधान का पालन नहीं करते हैं। गुरुवार को राष्ट्रीय उलेमा सम्मेलन को बोलते हुए उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी सेना की कोशिश रही है कि देश में शांति व्यवस्था रहे और सभी कानून के अंदर काम करते रहें। उन्होंने धार्मिक विद्वानों से भी समाज में भाईचारा बढ़ाने के लिए काम करने की अपील की।
ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक पाक सेना प्रमुख ने अपने भाषण में कहा कि पश्चिमी सभ्यता और जीवन शैली हमारे देश का आदर्श नहीं है। हमें अपनी तहजीब पर गर्व होना चाहिए। इस्लाम को मानने वालों की सभ्यता पश्चिमी देशों से अलग है, उनको पैगंबर के दिखाए रास्ते पर चलना चाहिए। बलूचिस्तान और केपी का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि पख्तून और खैबर-पख्तूनख्वा के लोगों ने आतंकवाद के खिलाफ युद्ध में महान बलिदान दिया है और हमेशा ही देश और सेना के साथ वो खड़े हुए हैं।
अफगान शरणार्थियों पर भी दिया बयान – सेना प्रमुख मुनीर ने कहा कि पाकिस्तान ने बीते 40 वर्षों में लाखों अफगान शरणार्थियों को पनाह दी है। हम उन्हें समझा रहे हैं कि टीटीपी जैसी बुराई के लिए अपने पड़ोसी और लंबे समय के दोस्त का विरोध न करें। उन्होंने देश में किसी भी संकट से सख्ती से निपटने का इशारा करते हुए कहा कि अगर कोई पाकिस्तान में अराजकता पैदा करने की कोशिश करेगा तो हम उसके खिलाफ सख्ती से खड़े होंगे। हम साफ कर देना चाहते हैं कि दुनिया की कोई भी ताकत पाकिस्तान को नुकसान नहीं पहुंचा सकती है।
Home / News / शरीयत को ना मानने वाले पाकिस्तानी नहीं… मौलवियों के बीच पाक सेना प्रमुख असीम मुनीर ने दिया बड़ा बयान, कहां जाएंगे हिंदू?
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