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चीन से खतरा, अमेरिका ने ताइवान को NASAMS सहित 2 अरब डॉलर के हथियार सौदे को मंजूरी दी


अमेरिका ने चीन से बढ़ते खतरों को देखते हुए ताइवान को 2 अरब डॉलर के हथियार सौदे को मंजूरी दे दी है। इस सौदे में यूक्रेन युद्ध में अपनी ताकत को साबित कर चुका हथियार एनएएसएएमएस भी शामिल है। आशंका जताई जा रही है कि अमेरिका से इस कदम से चीन नाराज हो सकता है।
अमेरिका और ताइवान में बड़ा रक्षा समझौता – ताइपे: अमेरिका ने ताइवान को सतह से हवा में मार करने वाली उन्नत मिसाइल रक्षा प्रणाली NASAMS की आपूर्ति सहित दो अरब डॉलर के हथियार बेचने की मंजूरी दे दी। ऐसा माना जा रहा है कि अमेरिका के इस कदम से चीन नाराज हो सकता है।ताइवान के राष्ट्रपति कार्यालय ने शनिवार को संभावित हथियार बिक्री को मंजूरी देने के लिए वाशिंगटन को धन्यवाद दिया। NASAMS का पूरा नाम नेशनल अडवांस्ड सरफेस टू एयर मिसाइल सिस्टम है। इस हथियार ने यूक्रेन में रूस के खिलाफ जबरदस्त ताकत का प्रदर्शन किया था।
द्वीप के नए राष्ट्रपति लाई चिंग-ते के नेतृत्व में ताइवान अपनी रक्षा शक्ति को बढ़ा रहा है क्योंकि चीन ने उसके खिलाफ अपनी सैन्य क्षमता को बढ़ा दिया है। चीन ताइवान पर अपना दावा करता रहा है। बीजिंग ने पिछले सप्ताह मई में लाई के पदभार संभालने के बाद से दूसरी बार ताइवान को घेरते हुए युद्ध अभ्यास किया था।
ताइवान बोला- आत्मरक्षा के लिए खरीद रहे हथियार – ताइवानी राष्ट्रपति के प्रवक्ता करेन कुओ ने कहा, “ताइवान की आत्मरक्षा क्षमताओं को मजबूत करना क्षेत्रीय स्थिरता बनाए रखने का आधार है।” अमेरिकी विदेश मंत्रालय के राजनीतिक-सैन्य मामलों के ब्यूरो के अनुसार, संभावित हथियार बिक्री सौदे में सतह से हवा में मार करने वाली तीन उन्नत मिसाइल प्रणाली और संबंधित उपकरण शामिल हैं, जिनकी कीमत 1.16 अरब डॉलर तक है। सौदे में अनुमानित 82.8 लाख डॉलर मूल्य की रडार प्रणाली भी शामिल है।
NASAMS चीन के लिए बनेगा खतरा – एक अमेरिकी सरकारी सूत्र ने नाम न बताने की शर्त पर बताया कि NASAMS ताइवान के लिए एक नया हथियार है। इस क्षेत्र में वर्तमान में केवल ऑस्ट्रेलिया और इंडोनेशिया ही इसे संचालित कर रहे हैं। ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने इस घोषणा का स्वागत किया, यूक्रेन में NASAMS के “सिद्ध” उपयोग को देखते हुए और कहा कि यह चीन के लगातार सैन्य युद्धाभ्यास के सामने ताइवान की वायु रक्षा क्षमताओं में मदद करेगा।