Thursday , August 7 2025 9:06 AM
Home / News / ट्रूडो की सुरक्षा सलाहकार और डिप्टी मिनिस्टर ने अमेरिकी अखबार को लीक की थी भारत के बारे में खुफिया जानकारी: रिपोर्ट

ट्रूडो की सुरक्षा सलाहकार और डिप्टी मिनिस्टर ने अमेरिकी अखबार को लीक की थी भारत के बारे में खुफिया जानकारी: रिपोर्ट


कनाडाई पुलिस ने कहा है कि हत्याओं और जबरन वसूली के मामलों में अब तक 30 लोगों पर आरोप लगाए गए हैं। इनमें से कुछ व्यक्ति भारत सरकार से जुड़े हुए हैं। आरसीएमपी ने कहा कि निशाने पर खालिस्तान समर्थक थे, जो एक सिख देश बनाने की मांग करते हैं।
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो की राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार और विदेश मामलों के डिप्टी मंत्री ने अमेरिकी अखबार वाशिंगटन पोस्ट को भारत के बारे में संवेदनशील खुफिया जानकारी दी थी। ये कनाडाई पुलिस (आरसीएमपी) की ओर से सार्वजनिक रूप से भारत पर आरोप लगाए जाने से पहले किया गया था। इसके बाद आरसीएमपी ने भारत सरकार के एजेंटों पर कनाडा में हत्या, जबरन वसूली और हिंसक आपराधिक गतिविधि करने का आरोल लगाया था। ग्लोबल एंड मेल ने सूत्रों के आधार पर की गई अपनी रिपोर्ट में ये दावा किया है।
ये दावा कनाडा के विन्निपेग में सिख नेता सुखदूल गिल की हत्या और देश में हिंसक गतिविधियों में भारत की भूमिका के बारे में वॉशिंगटन पोस्ट में लीक भारत-चीन की हस्तक्षेप गतिविधियों पर लीक के बारे में ट्रूडो के दृष्टिकोण के उलट है। पिछले हफ्ते ही ट्रूडो ने चुनावी प्रक्रियाओं और लोकतांत्रिक संस्थाओं में विदेशी हस्तक्षेप की सार्वजनिक जांच के सिलसिले में गवाही देते हुए बताया था कि 2023 में विदेशी हस्तक्षेप के बारे में ‘वर्गीकृत जानकारी लीक’ द ग्लोब एंड मेल को दी गई थी। उन्होंने बताया कि कनाडाई सुरक्षा खुफिया सेवा ने चीन और भारत को विदेशी हस्तक्षेप के प्रमुख अपराधियों के रूप में पहचाना है।
पुलिस से पहली लीक की गई जानकारी – रिपोर्ट के मुताबिक, ट्रूडो की शीर्ष राष्ट्रीय सुरक्षा और खुफिया सलाहकार नथाली ड्रौइन और विदेश मामलों के डिप्टी मिनिस्टर डेविड मॉरिसन ने वॉशिंगटन पोस्ट को कनाडा में भारत के हस्तक्षेप के बारे में जानकारी दी थी। ये आरसीएमपी कमिश्नर माइक ड्यूहेम के प्रेस कॉन्फ्रेंस से पहले किया गया। वॉशिंगटन पोस्ट ने उसी दिन कनाडाई अधिकारियों के हवाले से दावा किया कि कनाडा ने भारत को सुखदूल सिंह गिल की हत्या से जोड़ा था, जिन्हें 20 सितंबर, 2023 को विन्निपेग में गोली मार दी गई थी।
14 अक्टूबर के संवाददाता सम्मेलन में कमिश्नर ड्यूहेम और सहायक आयुक्त ब्रिगिट गौविन ने कहा कि उनके पास भारतीय अधिकारियों को हिंसक अपराधों में शामिल करने के स्पष्ट सबूत हैं। जांच और अदालती कार्यवाही का हवाला देते हुए उन्होंने इसका कोई विवरण नहीं दिया। कमिश्नर ड्यूहेम ने ये स्वीकार नहीं किया कि विन्निपेग में गिल की हत्या का संबंध भारत से था। वहीं सार्वजनिक जांच में गवाही में ट्रूडो ने कहा कि 2023 में द ग्लोब में चीनी हस्तक्षेप गतिविधियों पर राष्ट्रीय सुरक्षा लीक क्लासीफाइड जानकारी के आपराधिक लीक थे।