
रूस को यूक्रेन की सेना ने अहम झटका देते हुए कुर्स्क क्षेत्र में करीब 350 वर्ग किमी तक प्रवेश कर लिया है। उत्तर-पूर्व रूस के कुर्स्क क्षेत्र में तीन दिन से यूक्रेन की अप्रत्याशित छापेमारी लगातार जारी है। 6 अगस्त की सुबह ऑपरेशन शुरू होने के बाद से रूस ने अपने क्षेत्र के कम से कम 350 वर्ग किमी से पूरी तरह से नियंत्रण खो दिया है। दावा किया जा रहा है कि इस ऑपरेशन में रूस के सैकड़ों सैनिक मारे गए या गिरफ्तार हुए हैं। रूस की ओर से यूक्रेनी सैनिकों को घुसने से रोकने के लिए कई कदम उठाए गए हैं।
यूक्रेन की ओर से इसे रूस के साथ मौजूदा युद्ध के सबसे साहसी जवाबी हमले की तरह देखा जा रहा है। यूक्रेनी सेना इसे और बढ़ाने और क्षेत्र में अपनी उपस्थिति का विस्तार करने पर जोर दे रही है। फाइनेंशियल टाइम्स और पश्चिमी विश्लेषकों ने ऐसे कुछ वीडियो और तस्वीर होने का दावा किया है, जिनमें यूक्रेनी बख्तरबंद वाहनों के हमले में रूसी शहरों और कस्बों को महत्वपूर्ण नुकसान दिखाया गया है।
अपने हमले से यूक्रेन ने चौंकाया – यूक्रेन का ये चौंकाने वाला सैन्य अभियान मंगलवार की सुबह भोर में शुरू हुआ। यूक्रेनी सेना का ध्यान रूसी शहर सुद्जा और उसके आसपास केंद्रित है। इसमें अंतिम पाइपलाइन में से एक पर गैस ट्रांजिट स्टेशन भी शामिल है जो अभी भी मध्य यूरोप में रूसी गैस की आपूर्ति कर रहा है। वॉशिंगटन स्थित थिंक टैंक इंस्टीट्यूट फॉर द स्टडी ऑफ वॉर ने कहा कि यूक्रेनी बलों ने कई अहम बस्तियों पर कब्जा कर लिया है। यूक्रेनी बलों के नियंत्रण में आया क्षेत्रफल करीब 350 वर्ग किलोमीटर है।
रूस ने तनाव बढ़ने के बाद अपने दक्षिणी कुर्स्क क्षेत्र में अतिरिक्त टैंक, तोपखाने और रॉकेट प्रणालियां भेजी हैं। रूस ने कुर्स्क क्षेत्र में स्थिति को देखते हुए शुक्रवार को आपातकाल घोषित कर दिया और अतिरिक्त सुरक्षा बलों को भेजा है। फरवरी 2022 में युद्ध शुरू होने के बाद से व्लादिमीर पुतिन और रूस के सामने यूक्रेन की ओर से पेश की गई यह सबसे बड़ी चुनौती मानी जा रही है।
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