
कोरोना वायरस (Coronavirus) से विकासशील देशों में 30 लाख से लोगों की जान जा सकती है। कोरोना को लेकर चेतावनी संयुक्त राष्ट्र की एक रेस्क्यू एजेंसी ने दी है।
कोरोना वायरस मानव समुदाय की सबसे भयानक त्रासदी में से एक बन सकती है। टॉप इंटरनैशनल एक्सपर्ट के मुताबिक, कम आय वाले देशों में कोरोना से 30 लाख लोगों की मौत हो सकती है। अब तक पूरी दुनिया में कोरोना से 2.67 लाख लोगों की मौत हो चुकी है।
इंटरनैशनल रेस्क्यू कमिटी (IRC) के सीईओ डिविड मिलबैंड ने बताया, ‘कोरोना वायरस से कम आय वाले देशों में एक अरब लोग संक्रमित हो सकते हैं और 30 लाख जिंदगियां जा सकती हैं। ‘ संयुक्त राष्ट्र की रेस्क्यू एजेंसी ने आगाह किया है कि अगर अमीर देश गरीब देशों की मदद नहीं करेंगे तो वहां स्थिति भयावह हो सकती है।
यूएन एजेंसी विकासशील देशों खासकर अफ्रीकी देशों को लेकर काफी चिंतित हैं क्योंकि वहां स्वास्थ्य व्यवस्था की हालत बेहद खराब है। उन्होंने कहा, ‘यूरोपीय देशों में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं हैं। अगर कॉक्सिस बाजार को देखें जहां म्यांमार से आए शरणार्थी रह रहे हैं वहां का जन घनत्व न्यूयॉर्क से चार से सात गुना ज्यादा है। दक्षिण सूडान में हेल्थ केयर और वेंटिलेटर लग्जरी की तरह है। ऐसे में हमारा अनुमान है कि एक अरब से ज्यादा लोग कोरोना वायरस से संक्रमित होंगे।’
मिलिबैंड ने न्यूयॉर्क का जिक्र इसलिए किया क्योंकि अमेरिका में कोरोना वायरस का वह गढ़ बना हुआ है जहां कोरोना की चपेट में आए 19 हजार से अधिक लोग दम तोड़ चुके हैं। यह वो राज्य है जहां स्वास्थ्य सुविधाएं काफी ऐडवांस मानी जाती हैं।
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