
संयुक्त अरब अमीरात (UAE) की राजकुमारी लतीफा बिंत मोहम्मद अल मखतूम को लेकर संयुक्त राष्ट्र संघ का आरोप है कि UAE ने उनके जीवित होने का कोई सबूत नहीं दिया है। संयुक्त राष्ट्र संघ का कहना है कि UAE ने अब तक उसे ऐसा कोई सबूत नहीं दिया है जो साबित करे कि राजकुमारी लतीफा बिंत मोहम्मद अल मखतूम जीवित हैं। लतीफा दुबई के शाही शासक प्रधानमंत्री मोहम्मद बिन राशिद यूएई की बेटी हैं। UN की मानवाधिकार आयुक्त मार्टा हर्टाडो ने शुक्रवार को UAE को लतीफा के जीवित होने का साक्ष्य देने को कहा था।2018 में दुबई से भागने के प्रयास में पकड़े जाने के बाद से लतीफा लापता मानी जाती हैं। मार्टा ने कहा कि सबसे बड़ी चिंता उनके जीवन को लेकर है।
वरिष्ठ अधिकारियाें की UAE के राजदूत के साथ बैठक रखने का प्रयास किया लेकिन संयुक्त अरब अमीरात इसकी कोई तारीख नहीं दी है। उन्हाेंने कहा कि वे लतीफा से मिलकर बातचीत करना चाहती हैं ताकि उनकी परिस्थिति समझ सकें। उन्होंने संयुक्त अरब अमीरात का नाम लिए बगैर आशंका जताई कि इसी प्रकार से पूरी दुनिया से लोगों को गायब किया जा सकता है। इन मामलों की जानकारी सामने आनी चाहिए। लतीफा ने फरवरी में ही लंदन पुलिस को पत्र लिखा था कि साल 2000 में उनकी बहन शम्सा का ब्रिटेन से अपहरण कर लिया गया था। उसका भी अब कोई पता नहीं चला है। मार्टा ने कहा कि वे इस मामले को भी उठाना चाहती हैं । किसी को नहीं पता है कि इन दोनों के साथ क्या हुआ है।
बता दें कि राजकुमारी लतीफा अपने पिता के जुल्म व शोषण से तंग आकर साल 2018 में दुबई से भाग निकली थीं लेकिन उन्हें भारतीय व यूएई के कोस्ट गार्ड की साझा टीम ने गोवा आते समय पकड़ लिया था। उन्हें वापस दुबई लाया गया और आशंका है कि बंधक बनाकर रखा गया है। इसी वर्ष फरवरी में उन्होंने अपने महल के बाथरूम से एक वीडियो बनाकर पोस्ट किया और बताया कि उन्हें बंधक बनाया गया है। उन्हाेंने कोई चिकित्सा मदद नहीं मिल रही है। दूसरी ओर उनके शाही परिवार ने बयान दिया कि लतीफा परिवार व चिकित्सकों की देखरेख में हैं।
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