
रूस के चार जेट बॉम्बर अमेरिका में अलास्का के पास इंटरसेप्ट किए गए जिन्हें अमेरिकी फाइटर जेट्स ने लौटा दिया। रूस का कहना है कि परमाणु-हथियार वहन करने की क्षमता वाले Tupolev Tu-95MS की 11 घंटे की फ्लाइट में अंतरराष्ट्रीय कानून का पालन किया गया और अमेरिका के F-22 Raptor फाइटर उसके साथ ही उड़ते रहे। गौर करने वाली बात है कि कुछ हफ्ते पहले ही रूस के दो फाइटर जेट्स पर असुरक्षित और गैर-प्रफेशनल तरीके से उड़ान का आरोप लगा था। पिछले दो महीने में यह तीसरी घटना बताई जा रही है।
रूस ने सामान्य पट्रोल फ्लाइट बताया
मंत्रालय ने कहा है कि एयरक्राफ्ट ने अलास्का के पास चुकोकटका ऑटोनॉमस एरिया और अमूर क्षेत्र से उड़ान भरी थी। उन्होंने बताया कि फ्लाइट्स चूकची, बेरिंग और ओखोत्स्क सी और प्रशांत महासागर के उत्तरी हिस्से में अंतरराष्ट्रीय वॉटर में ही थे। इसे सामान्य पट्रोल फ्लाइट बताया गया है जिसमें समुद्र या जमीन की रक्षा के लिए फाइटर जेट्स को भेजा जाता है। अमेरिकी नेवी ने अपने बयान में कहा था, ‘Su-35 फाटइर्स ने एक P-8A US प्लेन को मेडिटरेनियन के ऊपर घेर लिया था।’
US नेवी ने बताया गैरजिम्मेदाराना रवैया
अमेरिकी नेवी का कहना है कि भले ही रूसी एयरक्राफ्ट इंटरनैशनल एयरस्पेस में थे, यह घटना गैरजिम्मेदाराना थी। इसमें उम्मीद जताई गई है कि अंतरराष्ट्रीय मानकों का पालन किया जाएगा ताकि सुरक्षा सुनश्चित की जा सके। यह भी दावा किया गया है कि दोनों के बीच दूरी इतनी कम थी कि अमेरिकी प्लेन को सुरक्षित तरीके से ऑपरेट करने का मौका नहीं मिला।
पुतिन की महात्वाकांक्षी परियोजना
हथियारों की दौड़ में पुतिन ने आर्टिफिशल इंटेलिजेंस के इस्तेमाल की अपनी महात्वाकांक्षा को छुपा कर नहीं रखा। यही वजह है कि SU-57 का रोबॉट ट्रायल कराया गया। हालांकि, विशेषज्ञ मानते हैं कि इससे दुनिया में आर्टिफिशल इंटेलिजेंस हथियारों की दौड़ शुरू हो जाएगी। शुरुआत में रक्षा मंत्री सरगई भी आर्टिफिशल इंटेलिजेंस हथियारों की महात्वाकांक्षा को खारिज कर चुके हैं।
अब रक्षा मंत्री सरगई शोइगु कह रहे हैं, ‘निकट भविष्य में क्यों? यह वास्तविकता है और यह काफी ऊर्जा से भरा हुआ है।’ यह एसयू-57 की पांचवीं पीढ़ी का फाइटर जेट है। इसकी पहली फ्लाइट 2010 में उड़ाई गई थी और पुतिन ने इसे सीरिया पर टेस्ट करने के आदेश दिए थे। हालांकि, पिछले साल एक एसयू-57 क्रैश हो गया था।
‘रोबॉट जेट’ के खिलाफ कैम्पेन शुरू
आर्टिफिशल इंटेलिजेंस का बैटलफील्ड में इस्तेमाल गंभीर चर्चा का विषय रहा है। इसके खिलाफ कैम्पेन चलाने वालों का कहना है कि इससे कई लोगों की जानें जा सकती हैं। कैम्पेन ग्रुप, कैम्पेन टू स्टॉप किलर रोबॉर्ट ने कहा, ‘हम नए जेनरेशन के हथियार सिस्टम के कगार पर हैं जो कि बिना मानवीय नियंत्रण के कई जिदंगियां ले सकता है।’
आखिर क्या खूबी है इस स्टील्थ जेट की
पांचवीं पीढ़ी का यह स्टील्थ विमान हवा से हवा और हवा से जमीन पर हमला करने में सक्षम है। इस विमान को किसी भी मौसम में उड़ाया जा सकता है। यह दिन हो या रात किसी भी वक्त उड़ान भर सकता है। दुश्मन के एयर डिफेंस सिस्टम को ध्वस्त कर सकता है। इसकी खूबी है कि यह ड्रोन विमानों के साथ भी काम कर सकता है।
अमेरिकी विमानों को रूस ने खदेड़ा था
बॉल्टिक और ब्लैक सी के ऊपर उड़ान भर रहे अमेरिकी एयरफोर्स के बी-1बी लांग रेंज स्ट्रेटजिक बॉम्बर को रूसी वायुसेना के विमानों ने खदेड़ दिया। रूसी रक्षा मंत्रालय ने इस घटना का वीडियो जारी करते हुए दावा किया कि अमेरिका का यह घातक विमान रूसी वायुसीमा में घुस गया था। अमेरिका का बी-1बी बॉम्बर परमाणु हमला करने में सक्षम विमान है। इस विमान का उपयोग अमेरिकी एयरफोर्स किसी रणनीतिक गतिविधि को अंजाम देने के लिए करती है।
अमेरिका ने तोड़ी थी रूस के साथ संधि
कुछ दिन पहले ही अमेरिका Open Skies Treaty से बाहर हो गई थी जब राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था कि रूस नियनों का उल्लंघन कर रहा है। इस ट्रीटी तो 30 से ज्यादा देशों के एक-दूसरे के क्षेत्र में बिना हथियारों के फ्लाइट्स उड़ाने को लेकर विश्वास पैदा करने और विवाद खत्म करने के इरादे से बनाया गया था। तभी यह माना जा रहा था कि दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ सकता है। इन फ्लाइट्स की मदद से तस्वीरें इकट्ठा की जाती थीं जो आपस में शेयर होती थीं।
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