
चीन और अमेरिका के बीच जारी विवाद और गहराता ही जा रहा है। साउथ चाइना सी, हॉन्ग कॉन्ग और ताइवान मुद्दे पर आमने सामने खड़े दोनों देश अब फिर व्यापार युद्ध की तरफ बढ़ रहे हैं। अमेरिका ने चीन की 24 कंपनियों उस सूची में डाल दिया है जो चीन की सेना की मदद करती हैं। जिसके बाद ये कंपनियां अमेरिका में अपना बिजनेस नहीं कर पाएंगी। इसके अलावा इन कंपनियों और इनसे जुड़े लोगों के खिलाफ कड़ी जांच भी की जाएगी।
चीनी सेना को मदद करने का आरोप
अमेरिका ने आरोप लगाया है कि ये कंपनियां साउथ चाइना सी में ऑर्टिफिशियल द्वीप बनाकर उसके सैन्य अड्डा बनाने में सहायता करती हैं। अंतरराष्ट्रीय जलक्षेत्र में द्वीपों के निर्माण को लेकर चीन की कई बार आलोचना भी हो चुकी है। इसके अलावा समुद्री मामलों की ट्रिब्यूनल ने चीन के खिलाफ भी फैसला दिया था।
चीन ने कृत्रिम द्वीपों को बनाया ‘सैन्य किला’
बता दें कि सुबी रीफ स्पार्टले द्वीप समूह का हिस्सा है और इस पर चीन का नियंत्रण है। हालांकि वियतनाम, फिलिपीन्स और ताइवान पर सूबी रीफ पर अपना दावा जताते रहे हैं। चीन ने अब साउथ चाइना सी में कई कृत्रिम द्वीप बना लिए हैं और वहां पर उसने बड़े पैमाने पर युद्धपोत, फाइटर जेट और हथियार तैनात किए हैं। पीपल्स डेली की ओर से जारी वीडियो फुटेज में दिखाया गया है कि चीनी फाइटर जेट अज्ञात फाइटर जेट का पीछा कर रहे हैं और कह रहे हैं कि इस इलाके से चले जाओ अन्यथा आपको मार गिराया जाएगा।
चीन से तनाव, हाइपरसोनिक एंटी शिप मिसाइल बना रहा जापान
साउथ चाइना सी में चीन का इन देशों से विवाद
साउथ चाइना सी के 90 फीसदी हिस्से पर चीन अपना दावा करता है। इस समुद्र को लेकर उसका फिलीपींस, मलेशिया, ब्रुनेई और वियतनाम के साथ विवाद है। वहीं, पूर्वी चाइना सी में जापान के साथ चीन का द्वीपों को लेकर विवाद चरम पर है। हाल में ही अमेरिका ने साउथ चाइना सी पर चीन के दावे को खारिज कर दिया था।
IndianZ Xpress NZ's first and only Hindi news website