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विजय माल्या को क्यों नहीं रोक पाई CBI? क्या सरकार को पता नहीं चला?

vijya Malyaक्या सीबीआई को पता था कि बैंकों के 9 हजार करोड़ के कर्जदार विजय माल्या देश से भागने वाले हैं? ऐसा था तो उन्हें अरेस्ट क्यों नहीं किया गया? ये भी सवाल उठ रहे हैं कि जिस शख्स के खिलाफ लुक आउट नोटिस अक्टूबर 2015 में जारी हो चुका हो, वह चार बार विदेश कैसे जा सकता है? dainikbhaskar.com के लिए इन्हीं सवालों के जवाब बता रहे हैं सीबीआई के पूर्व डायरेक्टर जोगिंदर सिंह, पूर्व सिविल एविएशन सेक्रेटरी और एअर इंडिया के पूर्व चेयरमैन के. रॉय पॉल और डिफेंस एंड सिक्युरिटी एनालिस्ट पी. बख्शी। जेट एयरवेज की फ्लाइट से विदेश गए माल्या, CBI ने दो बार जारी किया था सर्कुलर…

 

1# किस फ्लाइट से दिल्ली से रवाना हुए?

– राज्यसभा के अटेंडेंस रिकॉर्ड के मुताबिक, विजय माल्या 1 मार्च को राज्यसभा में मौजूद थे। अगले ही दिन यानी 2 मार्च को वे देश से भागने में कामयाब हो गए।

-माल्या जेट एयरवेज की फ्लाइट से दिल्ली से लंदन गए।

– उन्होंने 2 मार्च को सुबह पौने बारह बजे एयरलाइन को फोन कर कहा कि वे ट्रैवल करने वाले हैं और दोपहर एक बजकर 15 मिनट पर जेट की फ्लाइट 9W122 से लंदन रवाना हो गए।

– उन्होंने बोइंग 777-300 के फर्स्ट क्लास में ट्रैवल किया। उनके साथ 7 से 11 बैग थे। उनके साथ एक महिला भी थी।

– उन्हें और उनकी महिला साथी को कॉफी और स्नैक्स दिए गए।

– माल्या लाउंज में काफी तनाव में नजर आ रहे थे। उन्होंने वहां झपकी लेने की कोशिश की। लेकिन कई लोग उनसे मिलने आते रहे। इस वजह से वे आराम नहीं कर पाए।

2# किस महिला के साथ लंदन गए माल्या?

– माल्या के साथ महिला कौन थी, इसे लेकर अलग-अलग रिपोर्ट्स आ रही हैं।

– एक अंग्रेजी अखबार के मुताबिक, माल्या के साथ कोई फेमस मॉडल या बॉलीवुड स्टार नहीं थी, जिनके साथ वे अक्सर दिखते हैं। वे ज्यादा यंग भी नहीं दिख रही थीं और न ही ऐसा चेहरा जिसे हर कोई जानता हो।

– वहीं, मेल टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, यह महिला सोशलाइट थी और माल्या के करीबी लोग उन्हें जानते हैं।

3# किस पासपोर्ट पर छोड़ा देश?

– विजय माल्या डिप्लोमैटिक पासपोर्ट पर दिल्ली से लंदन गए थे। हालांकि, इस बात पर सस्पेंस अब भी कायम है कि उनके साथ ट्रैवल करने वाली महिला कौन थी।

– कर्ज रिकवरी के लिए किंगफिशर एयरलाइन्स के मुंबई स्थित हेडक्वार्टर्स की नीलामी के अलावा बैंकों के पास और भी ऑप्शन्स मौजूद हैं।

– माल्या 2 मार्च को जेट एयरवेज की फ्लाइट से दिल्ली से लंदन गए थे।

– वे कर्नाटक से राज्यसभा मेंबर हैं। सांसदों और उनकी पत्नी या पति को ट्रैवलिंग के लिए डिप्लोमैटिक पासपोर्ट मिलता है।

– यह पासपोर्ट विदेश मंत्रालय जारी करता है। इसके लिए हर सांसद को अलग से अप्लाई करना होता है।

– यह तीन तरह के पासपोर्ट्स में से एक होता है। आम लोगों को नेवी ब्लू रंग के कवर वाला पासपोर्ट मिलता है।

– ऑफिशियल पासपोर्ट सफेद रंग का होता है। यह केंद्र सरकार के अफसरों को जारी किया जाता है।

– डिप्लोमैटिक पासपोर्ट मैरून रंग का होता है। डिप्लोमैटिक पासपोर्ट के जरिए वीजा मिलने में आसानी होती है।

4# अब कहां हैं माल्या?

– बताया जा रहा है कि विजय माल्या लंदन से एक घंटे की दूरी पर हर्टफोरशायर के टेविन टाउन में बेकर स्ट्रीट के एक बंगले में रह रहे हैं।

– यह बंगला लेडीवॉक के नाम से जाना जाता है। माल्या ने इसे जुलाई 2015 में 1.5 करोड़ पाउंड में खरीदा था।

– चैनलों की एक टीम जब गुरुवार को इस बंगले के बाहर पहुंची तो पहले स्टाफ ने कहा कि माल्या अंदर हैं। बाद में उन्होंने मीडिया टीम को वहां से जाने को कह दिया।

– कुछ पड़ोसियों ने माल्या को दो दिन पहले यहां देखने का दावा किया है।

– एक पड़ोसी का कहना है कि वे एक नजदीकी पब में रेग्युलर आते हैं। कल फोर्स इंडिया की लोगो वाली ब्लैक ऑडी कार से एक महिला उनसे यहां मिलने भी आई थी।”

5#माल्या के केस में सर्कुलर कब जारी हुआ और कब बदला गया?

– सीबीआई ने 16 अक्टूबर 2015 को माल्या के खिलाफ लुक आउट सर्कुलर जारी किया। इसका नंबर DPBSM/2015/724/RCNSM 2015 E 0006 था।

– नवंबर को एक नया सर्कुलर जारी किया। इस बार इसका नंबर 1049/RCBSM/2015/E0006 था।

– पहले सर्कुलर में इस बात का जिक्र था कि यदि माल्या देश छोड़ने की कोशिश करते हैं तो इमिग्रेशन अथॉरिटीज उन्हें डिटेन कर लें।

– दूसरे सर्कुलर में माल्या को डिटेन करने की शर्त हटा दी गई थी। सिर्फ उनके मूवमेंट पर नजर रखने का जिक्र था।

– सीबीआई ने एक बयान जारी कर कहा कि लोअर लेवल अफसर की गलती के कारण पहले सर्कुलर में डिटेंशन ऑर्डर जारी हुआ था।

6# चार बार कब-कब विदेश गए माल्या?

 

– न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, माल्या अक्टूबर 2015 के आखिरी हफ्ते में विदेश गए और नवंबर में लौटे।

– माल्या ने दिसंबर के आखिरी हफ्ते में भी विदेश दौरा किया।

– जनवरी में वो तीसरी बार विदेश दौरे पर गए।

– इसके बाद वे चौथी बार 2 मार्च को लंदन चले गए।

– जब सीबीआई ने लुक आउट सर्कुलर में चेंज कर दिया तो इमिग्रेशन अथॉरिटी ने माल्या को रोकने की कोई कोशिश नहीं की।

– हालांकि, वो जब भी विदेश गए, अथॉरिटी ने इसकी इन्फॉर्मेशन सीबीआई को दी।

7# लुक आउट नोटिस या सर्कुलर क्या होता है? इसका एग्जीक्यूशन कैसे होता है?

– लुक आउट नोटिस या सर्कुलर पुलिस या सुरक्षा एजेंसियां जारी कर सकती हैं। यह इमिग्रेशन अथॉरिटीज को दिया जाता है, ताकि किसी शख्स को देश छोड़ने से रोका जा सके।

– आपके खिलाफ लुक आउट नोटिस या सर्कुलर है तो आप एयरपोर्ट पर इमिग्रेशन क्लियरेंस नहीं कर सकते। आपको काउंटर पर ही रोक लिया जाता है।

– नोटिस आमतौर पर तब जारी होता है, जब कोर्ट के आदेश हों या गिरफ्तारी वारंट जारी हो चुका हो। सर्कुलर नजर रखने के लिए जारी किया जाता है।

– इस नोटिस में एक सेक्शन होता है, जो कहता है कि आप इमिग्रेशन चेक प्वाइंट से क्या एक्शन चाहते हैं?

– इसमें चार प्वाइंट होते हैं। पहला- संबंधित शख्स के आने या रवाना होने की इन्फॉर्मेशन एजेंसियों को दें। दूसरा- उस शख्स के ट्रैवल डॉक्युमेंट्स सीज कर लें।

– तीसरा- उस शख्स को भारत जाने छोड़ने या उसकी एंट्री करने से रोकें। चौथा- उस शख्स को तुरंत हिरासत में लें।

8# बैंकों के पास अभी क्या है ऑप्शन्स?

 

– 17 बैंकों ने 7000 करोड़ से ज्यादा का लोन माल्या को दिया था। इंटरेस्ट लगने के बाद टोटल लायबिलिटी 9091 करोड़ रुपए की हो चुकी है।

– 5500 करोड़ रुपए की माल्या की फ्री एसेट्स को बैंक टारगेट कर सकते हैं।

– अगर माल्या को-ऑपरेट नहीं करते तो उनकी एसेट्स कोर्ट ऑर्डर के जरिए सीज हो सकती हैं।

– बैंकें अब तक यूनाइटेड स्पिरिट्स के 1244 करोड़ रुपए के शेयर्स बेच चुकी हैं।

– अगर कोर्ट की तरफ से रोकी गई रकम फ्री हो जाती है तो बैंक 2494 करोड़ रुपए जुटा सकते हैं।

– यूनाइटेड ब्रेवरीज में माल्या के 6724 करोड़ रुपए के शेयर्स हैं। इसमें से 3496 करोड़ रुपए के शेयर्स बैंकों को मिल सकते हैं।

– यूबी होल्डिंग्स में माल्या के 72 करोड़ रुपए की होल्डिंग है। इसमें से 62 करोड़ रुपए बैंकों को मिल सकते हैं।

– मेंगलोर केमिकल्स एंड फर्टिलाइजर्स में माल्या अभी 25.74 कराेड़ रुपए की हिस्सेदारी रखते हैं। इसमें से बैंक 21 करोड़ रुपए हासिल कर सकते हैं।

– 150 करोड़ रुपए मुंबई में मौजूद एयरलाइन्स के हेडक्वार्टर्स किंगफिशर हाउस की सेल से आ सकते हैं। इसकी नीलामी 17 मार्च को होनी है।

– लिकर किंग की गोवा में मौजूद प्रॉपर्टी किंगफिशर विला से 90 करोड़ रुपए मिल सकते हैं।

9# माल्या ने एफिडेविट में कर्ज की बात छिपाई?

– यह भी खुलासा हुआ है कि इलेक्शन कमीशन को 2010 में दिए एफिडेविट में माल्या ने 615 करोड़ रुपए की प्रॉपर्टी डिक्लेयर की थी।

– हैरानी की बात है कि माल्या ने कर्ज (liability) वाले कॉलम में जीरो लिखा था। माल्या राज्यसभा सांसद हैं। वो 2010 में दूसरी बार अपर हाउस के लिए इलेक्ट हुए थे।

– माल्या ने इलेक्शन कमीशन को जो एफिडेविट दिया था उसमें उन्होंने 615 करोड़ की प्रॉपर्टी के साथ फेरारी कार, ज्वैलरी, बॉन्ड्स और डिबेंचर्स की जानकारी दी थी।

– माल्या ने बताया था कि उनके पास सिर्फ 9500 रुपए कैश हैं। एफिडेविट के मुताबिक, माल्या के पास कोई घर और जमीन नहीं है। कर्ज की बात से भी उन्होंने इनकार किया था।

– एफिडेविट में माल्या ने बताया था कि उनके 4 करोड़ रुपए बैंकों में जमा हैं।

– ये भी बताया था कि 591 करोड़ रुपए के बॉन्ड्स और डिबेंचर्स उनके पास हैं। जिन कंपनियों में शेयर्स की बात कही गई वो उनकी ही हैं।

– 2013 में फोर्ब्स लिस्ट में माल्या 84th पोजिशन पर थे। उन्होंने बताया था कि 1989 माॅडल की फेरारी उन्होंने 25 लाख रुपए में खरीदी थी।

– ज्वैलरी की कीमत करीब 4 करोड़ जबकि इंश्योरेंस पॉलिसीज 13.50 लाख रुपए की डिक्लेयर की गईं थीं।

– 14 करोड़ रुपए का इन्वेस्टमेंट भी इसी ऐफिडेविट में बताया गया था।

10# सरकार पर क्यों उठे सवाल?

– एक दिन पहले सरकार के वकील माल्या को भागने से रोकने की गुहार लगा रहे थे। एक दिन बाद वही बताते हैं कि माल्या तो 2 मार्च को ही भाग गए हैं।

– वकील प्रशांत भूषण का कहना है कि जब सीबीआई को पता था कि माल्या भाग सकते हैं, तो कोई कदम क्यों नहीं उठाया?

11# ललित मोदी और विजय माल्या के केस में क्या एक जैसा है?

– माल्या पर बैंकों से लिया कर्ज और उस पर लगे ब्याज के 9091 करोड़ रुपए लेकर देश से चले जाने का आरोप है।

– वहीं, ललित मोदी पर आईपीएल में करप्शन और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप हैं।

– मोदी लंदन में हैं। माल्या भी लंदन में बताए जा रहे हैं।

– दोनों पर आर्थिक अपराध के मामले चल रहे हैं।

12# ललित मोदी की वापसी नहीं हुई, क्या माल्या लौटेंगे?

– मोदी 2010 से लंदन में हैं। इंटरपोल से रेड काॅर्नर नोटिस अब तक जारी नहीं हो पाया है।

– इंटरपोल की ईडी के साथ इसके लिए कई बार मीटिंग हो चुकी है।

– रेड कॉर्नर नोटिस इसलिए जारी होता है, ताकि किसी भी देश में आरोपी व्यक्ति की लोकेशन पता कर उसे अरेस्ट किया जा सके।

– इस नोटिस पर गिरफ्तारी होने के बाद आरोपी के प्रत्यर्पण की प्रॉसेस शुरू होती है।

– मोदी की वापसी की कोशिशों में अब तक सरकार को कामयाबी नहीं मिली है।

– ऐसे में, माल्या को सरकार वापस ला सकेगी या नहीं, यह कहना मुश्किल है।

13# माल्या को कर्ज देने वाले बैंकों का क्या होगा?

हकीकत :माल्या को बैंकों से लिया कर्ज और उस पर ब्याज मिलकर 9091 करोड़ रुपए लौटाने हैं। एसबीआई के 1600 करोड़, पीएनबी के 800 करोड़, आईडीबीआई के 800 करोड़ और बैंक ऑफ इंडिया के 650 करोड़ रुपए माल्या पर बकाया हैं।

DB एक्सपर्ट्स :बैंकों को यह रकम वापस मिलने की उम्मीद नहीं है। अगर बैंक किंगफिशर की मौजूदा प्रॉपर्टी की नीलामी भी करें तो उन्हें पूरी रिकवरी नहीं मिल पाएगी। ऐसे मामलों में रिकवरी मिलने की हिस्ट्री भी नहीं रही है। सबसे पड़ा सवाल बैंकों पर ही है। उन्होंने क्यों कर्ज दिया? बैंक क्यों उसके फरार होने तक कोर्ट नहीं गए?

– हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने एक केस की सुनवाई के दौरान इस बात पर नाराजगी जताई थी कि बैंकों ने 2013-14 के बाद से 1.14 लाख करोड़ रुपए के कर्ज माफ कर दिए।

14# सीबीआई का बैंकों पर क्या है आरोप?

 

– आरोप है कि माल्या ने कर्ज के 4 हजार करोड़ रुपए विदेश भेजे। सीबीअाई ने जुलाई में ही संबंधित देशों से संपर्क करने को कहा था।

– सीबीआई का कहना है कि बार-बार गुजारिश के बावजूद बैंकों ने माल्या को फ्रॉड घोषित कर शिकायत दर्ज नहीं कराई। जांच एजेंसी ने अपनी पहल पर ही केस दर्ज किया।

– मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, माल्या 2 मार्च को प्राइवेट जेट से देश छोड़कर निकले। जाते वक्त उनके पास 11 लगेज थे।

– इससे पहले सोमवार को ईडी ने भी मनी लॉन्ड्रिंग कानून के तहत माल्या के खिलाफ केस दर्ज किया था।

– इसमें किंगफिशर के सीएफओ ए. रघुनाथन और आईडीबीआई बैंक के कई अनाम अधिकारियों को भी आरोपी बनाया गया।

15# 515 करोड़ रुपए की डील पर लग चुकी है रोक, फिर भी मिल गए 275 करोड़?

 

– कर्ज रिकवरी ट्रिब्यूनल ने सोमवार को ही डियाजियो कंपनी की तरफ से माल्या को 7.5 करोड़ डॉलर (515 करोड़ रु.) देने पर रोक लगा दी थी।

– डियाजियो यूनाइटेड स्पिरिट्स का चेयरमैन पद छोड़ने के एवज में माल्या को यह पैसा देने पर राजी हुई थी।

– ट्रिब्यूनल ने स्टेट बैंक के कर्ज का मामला सुलझने तक यह रोक लगाई थी।

– लेकिन माल्या को इस डील के 275 करोड़ रुपए पहले ही मिल चुके हैं।

– अटॉर्नी जनरल मुकुल रोहतगी ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि जब 17 बैंकों का कंजोर्टियम माल्या को 515 करोड़ की डील के पेमेंट पर रोक लगाने के लिए ट्रिब्यूनल पहुंचा, तब तक देर हो चुकी थी।

– रोहतगी के मुताबिक, डियाजियो 4 करोड़ डॉलर यानी करीब 275 करोड़ रुपए माल्या को दे चुकी थी।

14# बैंकों का माल्या पर कितना बकाया?

(पैसा करोड़ रुपए में)

एसबीआई-1600

पीएनबी-800

आईडीबीआई-800

बैंक ऑफ इंडिया- 650

यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया-430

सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया-410

यूको बैंक- 320

कॉर्पोरेशन बैंक-310

स्टेट बैंक ऑफ मैसूर-150

इंडियन ओवरसीज बैंक-140

फेडरल बैंक- 90

पंजाब एंड सिंध बैंक-60

एक्सिस बैंक-50

(सोर्स- PTI रिपोर्ट 2014)

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