बेंगलूरु। तमिलनाडु के एक गरीब मजदूर का बेटा थंगारासू नटराजन की किस्मत की बदल गई। 25 साल के इस गेंदबाज का बेस प्राइस केवल 10 लाख रुपए था लेकिन उन्हें किंग्स इलेवन पंजाब ने 3 करोड़ रुपए में खरीदा। बेंगलूरु में आईपीएल नीलामी के दौरान सभी टीमों ने बाएं हाथ के इस तेज गेंदबाज को खरीदने में काफी दिलचस्पी दिखाई। वीरेन्द्र सहवाग उन्हें अपनी टीम में चाहते थे।
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नटराजन इस आईपीएल नीलामी में सबसे महंगे भारतीय खिलाड़ी हैं। नटराजन ने कहा कि मुझे यह सब सपने जैसा लग रहा है। मुझे कभी नहीं लगा था कि मैं तमिलनाडु प्रीमियर लीग में खेलूंगा, आईपीएल तो बहुत दूर की बात है।
नटराजन याद करते हैं कि कैसे तमिलनाडु प्रीमियर लीग ने उन्हें जरूरी मंच दिया। रणजी ट्रॉफी खेलना मेरा सपना था जो उसके बाद पूरा हुआ। अब मैं आईपीएल में और लोगों से मिलकर नया सीखना चाहता हूं।
गरीबी से शोहरत का सफर
नटराजन के पिता पहले कुली थे। अब एक फैक्ट्री में दिहाड़ी मजदूर हैं। मां सलेम जिले में रोड के किनारे चाय बेचती थी। उस समय 20 साल नटराजन, जो अपने पिता की पांच भाई-बहनों थंगरासू सबसे बड़े हैं। लिहाजा, फैमिली की काफी जिम्मेदारियां उन पर हैं।
पिछले साल तमिलनाडु प्रीमियर लीग में आईपीएल फ्रेंचाइजी की नजर इस बॉलर पर पड़ी। और अब वो आईपीएल में जलवा बिखेरेंगे। उनकी गेंदबाजी क्षमता को देखते हुए उन्हें तमिलनाडु का मुस्तफिजुर रहमान कहा जाने लगा।