
अमेरिका ने कहा है कि गुरपतवंत पन्नू केस की जांच को वह गंभीरता से देख रहे हैं और इसमें भारत सरकार से तेजी लाने की भी अपील की है। अमेरिका के विदेश विभाग के अधिकारी और और सेंट्रल एशिया मामलों के सहायक सचिव डोनाल्ड लू से सवाल किया गया था कि क्या अमेरिका पन्नू केस में शामिल लोगों पर प्रतिबंध लगाएगा और दूसरे कड़े कदम उठाए जाएंगे। इस पर डोनाल्ड लू ने कहा कि यह एक गंभीर मुद्दा है। इसमें भारत सरकार के अफसरों पर आरोप लगे हैं। ऐसे में हम इसमें बहुत सीरियस हैं।
अमेरिकी राजनयिक डोनाल्ड लू ने आगे कहा कि पन्नू की हत्या की साजिश के मामले को हम अविश्वसनीय रूप से गंभीरता से ले रहे हैं, इसे भारत के साथ उच्चतम स्तर पर उठाया गया है। जिम्मेदार लोगों को जवाबदेह ठहराने के लिए भारत को हमने कहा है। इस समय भी हम भारत के साथ इस मामले को लेकर काम कर रहे हैं ताकि जो लोग इसमें शामिल हैं, उनको जल्दी से जल्दी कानून के पंजे में लाया जाए।
लू ने कही पारदर्शी जांच की बात – लू ने कहा कि इस केस त्वरित और पारदर्शी जांच की आवश्यकता है। यह देखते हुए कि भारत ने एक जांच समिति की घोषणा की है, लू ने कहा कि हम उनसे न्याय सुनिश्चित करने के लिए जल्दी और पारदर्शी तरीके से काम करने के लिए कहते हैं। लू ने अपनी टिप्पणी से ऐसा कोई संकेत नहीं दिया कि भारत ने समिति की जांच से कोई निष्कर्ष निकाला है।
क्या CAA के खिलाफ है अमेरिका, जानिए अब क्या बोला – बीते साल नवंबर में अमेरिकी अभियोजकों ने आरोप लगाया कि निखिल गुप्ता नाम के एक भारतीय नागरिक ने भारत सरकार के एक अधिकारी के आदेश पर अमेरिकी धरती पर एक व्यक्ति गुरपतवंत सिंह पन्नू को मारने का साजिश रची। पन्नू के पास अमेरिका और कनाडा की नागरिकता है। पन्नू पर साल 2020 में अलगाववाद को बढ़ावा देने और पंजाबी सिख युवाओं को हथियार उठाने के लिए प्रोत्साहित करने का आरोप लगा। इसके बाद केंद्र सरकार ने 1 जुलाई 2020 को पन्नू को आतंकी घोषित किया।
Home / News / हम पन्नू केस में बहुत सीरियस, भारत तेज करे जांच… सीएए के बाद अमेरिका ने उठाया खालिस्तानी आतंकी पन्नू का मामला
IndianZ Xpress NZ's first and only Hindi news website