
बांग्लादेश में बीते कुछ समय से हिंसक विरोध प्रदर्शन देखने को मिल रहे हैं। बांग्लादेश में छात्रों के बड़े विरोध प्रदर्शन के बाद 5 अगस्त को शेख हसीना को पीएम पद से इस्तीफा देते हुए देश छोड़कर भागना पड़ा। शेख हसीना के बाद मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व में अंतरिम सरकार बनी है। अंतरिम सरकार बनने के बाद जब देश में जनजीवन सामान्य होने की तरफ जा रहा था तो अंसार फोर्स (अंसार वाहिनी) के उग्र प्रदर्शन ने बांग्लादेशियों को नई फिक्र में डाल दिया है। रविवार रात को अंसार फोर्स के सदस्यों का नौकरी की सुरक्षा की मांग को लेकर प्रदर्शन हिंसक टकराव में बदल गया और इसमें 40 से ज्यादा लोग घायल हो गए। इस संघर्ष से बांग्लादेश के एक नई उथल पुथल की तरफ जाने का खतरा पैदा कर दिया है।
फर्स्टपोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, अर्धसैनिक सहायक बल अंसार फोर्स के प्रदर्शन से हुई अशांति मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के सामने एक बडी चुनौती बन रही है। अंसार फोर्स के विरोध प्रदर्शन ने सरकार की पहले से ही नाजुक स्थिति को और ज्यादा कमजोर कर दिया है। अंसार फोर्स की नौकरी के राष्ट्रीयकरण और बेहतर कामकाजी परिस्थितियों की मांगों ने सरकार को अनिश्चित स्थिति में डाल दिया है। इस संकट पर सरकार की प्रतिक्रिया के राजनीतिक और सामाजिक रूप से दूरगामी प्रभाव पड़ने की संभावना है।
Home / News / भारत से 1965, पाकिस्तान से 71 में भिड़े… बांग्लादेश की यूनुस सरकार के लिए बड़ी चुनौती बन सकता है अंसार फोर्स का गुस्सा
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