आज हम आपको इस लेख में खूबसूरत दिखने के ट्रेंडी ट्रीटमेंट यानी कि बार्बी बोटॉक्स के बारे में बताने वाले हैं, जिसे कंधों और गर्दन को अट्रैक्टिव बनाने के लिए क्या जाता है। आइए इसके बारे में प्लास्टिक सर्जन डॉक्टर पल्लवी फाटक से विस्तार से जानते हैं।
देश-विदेश सहित अब भारत में भी कई ऐसे स्किन ट्रीटमेंट होने लगे हैं जो खूबसूरत बढ़ाने का काम करते हैं। इन्हें में फिलर, बॉटोक्स, माइक्रोनीडलिंग भी जैसे कई उपचार आते हैं। कई एक्ट्रेस हैं जो अपने चेहरे और शरीर के बाकी अंगों को और भी खूबसूरत बनाने के लिए कई तरह की सर्जरी करवाती हैं, जैसे हिप, चेस्ट, नाक की सर्जरी और लिप फिलर् आदि।
इससे पहले हम आपको कई ट्रेंडिंग फेशियल ट्रीटमेंट और बोटॉक्स के बारे में बता चुके हैं, लेकिन आज हम आपको बार्बी बॉटोक्स के बारे में बताने वाले हैं, जिसके बारे में प्लास्टिक सर्जन डॉक्टर पल्लवी फाटक ने विस्तार से बताया है। बार्बी बोटॉक्स, जिसका नाम सुनकर भले ही आपको भी हैरानी हुई होगी, लेकिन बता दें कि ये एक तरह का कॉस्मेटिक ट्रीटमेंट है, जो गर्दन और कंधों को अट्रैक्टिव बनाने के लिए किया जाता है। आइए इसके बारे में विस्तार से जानते हैं।
क्या है बार्बी बोटॉक्स? – जिस तरह होंठों को मोटा, पतला या ऊभरा हुआ बनाने के लिए लिप फिलर का इस्तेमाल किया जाता है, उसी तरह गर्दन और कंधों को लंबा, पतला और शेप में लाने के लिए बार्बी बोटॉक्स किया जाता है। इसे ट्रैपेजियस बोटॉक्स या ट्रैप बोटॉक्स भी कहा जाता है, क्योंकि ये कंघे की ट्रैपेजियस मसल को रिलेक्स करके गर्दन को स्लिम बनाने का काम करता है। साथ ही ये मसल टेंशन को कम करने में भी फायदेमंद है।
कब तक रहता है असर – प्लास्टिक सर्जन पल्लवी ने बताया कि इस बार्बी बोटॉक्स का असर 2-6 हफ्तों में दिखने लगता है और कुछ दिनों तक कंधे में सूजन नजर आती है। बार्बी बोटॉक्स का रिजल्ट 3-6 महीने तक रहता है। ये कंधों को खूबसूरत बनाने का काम करता है।
किसी भी प्रकार की सर्जरी करवाने से पहले इस बात का ध्यान रखें कि किसी और की तरह दिखने के लिए और देखा-देखी में किसी भी तरह का उपचार न कराएं। इसके अलावा सिर्फ ट्रेंड को फॉलो करने के लिए भी जोश में ऐसा कदम न उठाएं क्योंकि मार्केट में आया हर नया ट्रीटमेंट हर किसी के लिए असरदार साबित नहीं हो सकता है।
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