जापान में विकट स्थिति पैदा हो गई है। शिशु जन्म दर घटने और बढ़ती बुजुर्ग आबादी ने कंपनियों को अपनी स्ट्रैटेजी बदलने पर मजबूर किया है। नौबत यह आ गई है कि कंपनियां बेबी डायपर की मैन्यूफैक्चरिंग रोक बुजुर्गों के लिए नैपी पैड बनाने पर ज्यादा फोकस करने लगी हैं। यह स्थिति की गंभीरता दिखाने के लिए काफी है। राष्ट्रीय आंकड़ों के मुताबिक, पिछले साल पहली बार 10 में से एक से अधिक जापानी लोग 80 या उससे अधिक उम्र के थे। संयुक्त राष्ट्र पॉपुलेशन डिवीजन के अनुसार, जापान में दुनिया की सबसे बुजुर्ग आबादी है। 12.5 करोड़ की आबादी में 29.9% की उम्र 65 साल या उससे ज्यादा है। द गार्जियन की रिपोर्ट कहती है कि कम जन्म दर और बढ़ती उम्र की वजह से जापान की आबादी में नाटकीय रूप से खतरा पैदा हुआ है। इसके 2070 तक लगभग 30% घटकर 8.7 करोड़ होने का अनुमान है।
बेबी डायपर मैन्यूफैक्चरिंंग बंद करने का ऐलान – पेपर प्रोडक्ट बनाने वाली ओजी होल्डिंग्स ने इस साल सितंबर से बच्चों के लिए डिस्पोजेबल डायपर का उत्पादन बंद करने का ऐलान किया है। इसके बजाय घरेलू स्तर पर वह बुजुर्गों के लिए डिस्पोजेबल डायपर कारोबार को मजबूत करेगी। कंपनी ने इसे स्ट्रैटेजिक कदम बताया है। वह ज्यादा प्रॉफिटेबिलिटी और ग्रोथ पोटेंशियल वाले कारोबार पर फोकस करना चाहती है।
एडल्ट नैपी की बिक्री बेबी डायपर से ऊपर निकली – बीबीसी न्यूज के मुताबिक, जापान में एक दशक से भी अधिक समय में पहली बार एडल्ट नैपी की बिक्री बच्चों के डायपर से ऊपर निकल गई है। जापान के स्वास्थ्य और कल्याण मंत्रालय के अनुसार, जापान में जन्म लेने वाले शिशुओं की संख्या पिछले साल रिकॉर्ड निचले स्तर पर आ गई। यह लगातार आठवें साल घटकर 7,58,631 रह गई।
गिरती जन्म दर के प्रभावों पर चिंता के कारण जापानी अधिकारियों ने चेतावनी जारी कर दी है। जापान के मुख्य कैबिनेट सचिव योशिमासा हयाशी ने पिछले महीने चेतावनी दी थी कि स्थिति गंभीर है। इस ट्रेंड को उलटने के लिए बहुत कम समय है। जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा ने पिछले साल कहा था कि जन्म दर में गिरावट के कारण उनका देश एक समाज के रूप में काम करने में असमर्थ होने की कगार पर है।
Home / News / हाय रे! जापान में आई यह कैसी नौबत बच्चों के बजाय बुजुर्गों के लिए डायपर बनाने पर कंपनियों का जोर