ईरान के मिसाइल हमले के बाद से ही इजरायली जवाबी कार्रवाई की आशंका जताई जा रही है। हालांकि, इजरायल पूरी तैयारी के बाद ही ईरान पर हमला करने की तैयारी में है। इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कसम खाई है कि उनका देश ईरान को जवाब जरूर देगा। ऐसे में मध्य पूर्व में एक बार फिर तनाव बढ़ने की आशंका है।
इजरायल इन दिनों ईरान पर जवाबी हमले की तैयारी कर रहा है। माना जा रहा है कि इजरायल के निशाने पर ईरान के परमाणु प्रतिष्ठान हैं। हालांकि, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने दो टूक शब्दों में इजरायल से ऐसा न करने को कहा है। हालांकि, इजरायल ने ईरानी परमाणु प्रतिष्ठानों पर हमले की संभावना को खारिज नहीं किया है। इजरायली रक्षा मंत्री योव गैलेंट ने कहा है कि सब कुछ विचाराधीन है। प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा है कि तेहरान “इसकी कीमत चुकाएगा।” इससे इजरायल की प्रतिक्रिया के पैमाने और उसके विकल्पों के बारे में अटकलें लगने लगी हैं।
‘मध्य पूर्व में बड़े जंग की होगी शुरुआत’ – रूसी मीडिया स्पुतनिक से बात करते हुए अनुभवी रूसी सैन्य पर्यवेक्षक और राजनीतिक विश्लेषक एवगेनी मिखाइलोव ने कहा, “ईरानी परमाणु प्रतिष्ठानों पर इजरायली हमले की स्थिति में, यह सबसे पहले और सबसे महत्वपूर्ण रूप से इजरायल और उसके सहयोगियों के लिए एक आपदा होगी… मैं कहूंगा, सामान्य तौर पर, इससे मध्य पूर्व में एक बड़े युद्ध की शुरुआत होगी… और जब अमेरिका इस सब से पीछे हटेगा, तो यह एक बड़ी समस्या होगी, जो खुद इजरायल के विनाश का कारण बन सकता है।”
ईरान ही नहीं, पड़ोसी देशों को भी खतरा – अगर इजरायल ईरानी परमाणु सुविधाओं पर हमला करता है, तो इसका परिणाम पड़ोसी देशों को भी भुगतना पड़ेगा। इन सुविधाओं में संग्रहीत परमाणु सामग्री पर विस्फोटकों के प्रभाव से बड़े पैमाने पर रेडिएशन फैलेगा। इससे आस पड़ोस के देशों में भी स्वास्थ्य जोखिम पैदा होगा। ईरानी परमाणु सुविधाओं पर इजरायल के हमले से क्षेत्र में संघर्ष बढ़ सकता है, साथ ही ईरान की परमाणु उपकरण बनाने की दिशा में प्रगति भी तेज हो सकती है। बुलेटिन ऑफ द एटॉमिक साइंटिस्ट्स ने कहा, “तेहरान अपने परमाणु कार्यक्रम के वास्तविक हथियारीकरण को एकमात्र विकल्प के रूप में देख सकता है जो ईरानी शासन की सुरक्षा की गारंटी दे सकता है।”
इजरायल क्यों कर रहा है हमले में देरी – विशेषज्ञों के अनुसार, इजरायल ने जिन हथियारों से हिजबुल्लाह और हमास की सुरंगों को निशाना बनाया है, वह ईरान के बेहद मजबूत परमाणु फैसिलिटी के खिलाफ अप्रभावी होंगे। बुलेटिन ऑफ द एटॉमिक साइंटिस्ट्स में प्रकाशित एक विश्लेषणात्मक रिपोर्ट में कहा गया है, “एकमात्र पारंपरिक हथियार जो संभवतः ऐसा कर सकता है, वह अमेरिकी GBU-57A/B बंकर बस्टर है, जिसे केवल B-2 स्पिरिट जैसे बड़े अमेरिकी बमवर्षक ही ले जा सकते हैं।” इस प्रकार, इजरायल के F-15, F-16 और F-35 लड़ाकू बमवर्षक इसे ले जाने में असमर्थ होंगे।
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