विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के प्रमुख टैड्रॉस एडहेनॉम घेबरेयेसस ने मंगलवार को वैश्विक पारंपरिक स्वास्थ्य केंद्र (Global Centre for Traditional Medicine) की मेजबानी और निर्माण पर विश्व स्वास्थ्य निकाय के साथ सहयोग करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद दिया। गुजरात के जामनगर शहर में इस साल अप्रैल में प्रधानमंत्री मोदी WHO के महानिदेशक घेबरेयेसस और मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद जुगनाथ ने डब्ल्यूएचओ वैश्विक पारंपरिक स्वास्थ्य केंद्र (GCTM) की आधारशिला रखी थी।
WHO के अनुसार, भारत से 25 करोड़ अमरीकी डॉलर के निवेश द्वारा समर्थित केंद्र का उद्देश्य लोगों और ग्रह के स्वास्थ्य में सुधार के लिए आधुनिक विज्ञान और प्रौद्योगिकी के माध्यम से दुनिया भर से पारंपरिक चिकित्सा की क्षमता का दोहन करना है। बाली में चल रहे जी20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए वहां मौजूद घेबरेयेसस ने ट्वीट किया, “वैश्विक पारंपरिक स्वास्थ्य केंद्र की मेजबानी व निर्माण के लिये भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का शुक्रिया।” घेबरेयेसस ने बाली में जी20 शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री मोदी के साथ अपनी एक तस्वीर भी सोशल मीडिया मंच पर साझा की।
इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट किया, ‘‘डॉ टैड्रॉस घेबरेयेसस बाली में आपसे मुलाकात कर प्रसन्नता हुई। भारत एक स्वस्थ ग्रह के निर्माण के लिए हर संभव प्रयास करने के लिए प्रतिबद्ध है।” डब्ल्यूएचओ के अनुसार दुनिया की लगभग 80 प्रतिशत आबादी पारंपरिक चिकित्सा का उपयोग करती है। आज तक, डब्ल्यूएचओ के 194 सदस्य देशों में से 170 ने पारंपरिक चिकित्सा के उपयोग की सूचना दी है, और उनकी सरकारों ने पारंपरिक चिकित्सा पद्धतियों और उत्पादों पर विश्वसनीय साक्ष्य और डेटा का एक निकाय बनाने में वैश्विक स्वास्थ्य निकाय के समर्थन की बात कही है।