
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार को कहा कि वह विश्व स्वास्थ्य संगठन में अमेरिका के वित्तपोषण (फंडिंग) को लेकर अगले सप्ताह घोषणा करेंगे। इससे पहले हाल ही में उन्होंने वित्तपोषण में कटौती की बात कही थी।
कोरोना वायरस को लेकर सही समय पर चेतावनी जारी नहीं करने पर विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) भड़के अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार को एक अहम घोषणा की है। उन्होंने संगठन को दी जाने वाली अमेरिकी फंडिंग को लेकर अगले सप्ताह अहम घोषणा करने की बात कही है।
वॉइट हाउस में मीडिया से बात करते हुए ट्रंप ने कहा, ‘जैसा कि आप जानते हैं कि हम उन्हें हर साल लगभग 50 करोड़ अमेरिकी डॉलर देते हैं। हम इस विषय पर अगले सप्ताह बात करेंगे।’ उन्होंने आगे कहा कि वह इस बारे में बहुत कुछ कहना चाहते हैं और अगले सप्ताह इस विषय पर बात करेंगे। इससे पहले हाल ही में उन्होंने डब्ल्यूएचओ को दिए जाने वाले फंड में कटौती की बात कही थी। ट्रंप ने अंतरराष्ट्रीय संगठन पर चीन केंद्रित होने का आरोप भी लगाया था।
ट्रंप ने कहा था कि हम डब्ल्यूएचओ को कुछ वजहों से बहुत अधिक फंड देते हैं लेकिन यह बहुत चीन केंद्रित रहा है और हम अब फंड को सही रूप देंगे। उन्होंने ट्वीट कर कहा था, ‘डब्ल्यूएचओ ने सच में इसे बवंडर बना दिया। कुछ वजहों से अमेरिका ने सबसे ज्यादा फंड दिया, लेकिन यह बहुत चीनी केंद्रित रहा है। हम उसे (फंड) अच्छा रूप देंगे। भाग्यवश मैंने चीन के साथ अपनी सीमाओं को खुला रखने के सुझाव को शुरुआत में ही नकार दिया था। उन्होंने हमें इतना दोषपूर्ण सुझाव क्यों दिया?’
वहीं, विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अधिकारियों ने ‘चीन केंद्रित’ होने के ट्रंप के आरोपों को खारिज कर दिया और कहा कि दुनिया जब कोरोना से लड़ रही है तो ऐसे समय में फंड कम करना उचित नहीं होगा। ब्ल्यूएचओ चीफ ने भी अमेरिका और चीन से अपील की कि वे कोरोना वायरस महामारी से मिलकर निपटें। डब्ल्यूएचओ ने साथ ही कहा कि अंतरराष्ट्रीय एकता के बिना यहां कोरोना वायरस को नहीं हराया जा सकता।
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