हमास की ओर से बीते एक हफ्ते से इजरायली बंधकों को छोड़ा जा रहा है। 24 नवंबर से शुरू हुए युद्धविराम समझौते के बांद बंधकों की रिहाई हुई है। हमास ने अभी तक बच्चों और महिलाओं को रिहा किया है। हमास की कैद से छूटे बंधक गाजा की सुरंगों में बिताए अपने इन दिनों के डरावने अनुभव बता रहे हैं। हमास के आतंकी बंधकों के साथ मारपीट तो करते ही थे, बच्चों को भी नहीं बख्शते थे। हमास आतंकी अपहरण कर लाए गए बच्चों की एक कोई खास पहचान बनाना चाहते थे। ऐसे में उन्होंने इस बच्चों के पैरों को बाइक के गर्म साइलेंसर पर रखकर जला दिया।
चैनल 12 की रिपोर्ट के मुताबिक, हमास के लड़ाके अपहरण करने के बाद बार-बार बच्चों की जगह बदल रहे थे। ऐसे में वह कोई खास पहचान चाहते थे, जिससे पता चल जाए कि ये बच्चे अपहरण कर लाए गए हैं। ऐसे में उन्होंने ये तरीका अपनाया जो पुराने समय की कहानियों में सुनने को मिलता है। उन्होंने बच्चों के एक पैर को मोटरसाइकिल के साइलेंसर में डाला, जिससे पैर पर जले हुए का निशान बन गया। बच्चों को चिह्नित करने के अलावा ये इस लिहाज से भी किया गया था कि अगर वे भागने की कोशिश करें तो उनकी पहचान सुनिश्चित हो सके।
बच्चों को नशा भी दिया जाता था – रिपोर्ट के अनुसार, हमास की कैद से रिहा हुए किबुत्ज नीर ओज के 12 साल यागि और 16 वर्षीय ओर याकोव के परिवार ने ये जानकारी दी है। बंधक बनाए गए इन बच्चों के चाचा के अनुसार, बच्चों को लगातार नशीला पदार्थ भ दिया गया था। बच्चों को बार-बार नशीली दवाएं दी जाती थीं और उनको एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाया जाता था। बच्चों को आसानी से वाहन में डालकर ले जाया सके, इसलिए उनको नशा दिया जाता था।
Home / News / हमास आतंकियों ने बाइक के साइलेंसर से क्यों जलाए इजरायली बंधक बच्चों के पैर, पीछे था खतरनाक प्लान