Friday , November 15 2024 6:11 AM
Home / Spirituality / धनतेरस पर धनिया खरीदना क्यों है शुभ, जानें धनिया से अगले साल का भविष्यफल

धनतेरस पर धनिया खरीदना क्यों है शुभ, जानें धनिया से अगले साल का भविष्यफल


धनतेरस पर धन प्राप्ति के लिए धनिया खरीदने की परंपरा है, इसके पीछे क्या कारण है और इस धनिया का क्या करना चाहिए। आइए जानते हैं धनतेरस पर धनिया खरीदें तो क्या करें और इससे आप आने वाले साल का भविष्य कैसे जान सकते हैं। आइए जानते हैं धनतेरस पर धनियाखरीदने का महत्व क्या है।
धनतेरस पर खरीदारी करने की परंपरा हजारों लाखों वर्षों से चली आ रही है। ऐसी मान्यता है कि धनतेरस के दिन खरीदारी करने से धन संपत्ति में 13 गुना वृद्धि होती है। और इसके लिए कुछ धार्मिक और व्यवहारिक नियम भी हैं। लोग इस दिन भले ही कुछ भी खरीदारी करें लेकिन साबुत धनिया जरूर खरीदते हैं। आइए जानते हैं कि धनतेरस पर धनिया क्यों खरीदना चाहिए। धनिया का क्या करना चाहिए और धनिया से आने वाले साल का भविष्य कैसा जान सकते हैं।
धनतेरस पर धनिया की खरीदारी – धनतेरस पर धनिया खरीदने का संबंध धन वृद्धि से है। वैसे ज्योतिषशास्त्र में धनिया का संबंध बुध ग्रह से माना गया है जो व्यापार और धन को भी प्रभावित करने वाला ग्रह है। इसलिए धनतेरस की शाम धनिया खरीदने की परंपरा है। ऐसी मान्यता है कि इससे धन संपत्ति में वृद्धि होती है।
धनतेरस पर खरीदे गए धनिया का क्या करें : – धनतेरस पर जो धनिया खरीदते हैं उनको पूजा घर में ही रखें और उस धनिया से थोड़ा सा धनिया निकालकर कूट लें और दिवाली की शाम लक्ष्मी पूजा में इसे प्रसाद के तौर पर रखें और बाकी साबुत धनिया को भी देवी लक्ष्मी की मूर्ति के समीप रखें और देवी लक्ष्मी को अर्पित करें। पूजा के बाद अगले दिन इस धनिया को किसी गमले में या आंगन में बो दें।
धनतेरस पर धनिया से जानें भविष्यफल : धनतेरस पर जो धनिया खरीदकर बाया जाता है वह आपको आने वाले साल में आपकी आर्थिक स्थिति और धन की स्थिति को दर्शाता है। ऐसी मान्यता है कि साबुत धनिया से जब हरे हरे धनिया के पौधे निकल कर आते हैं तब जितना घना धनिया निकलता है उतना ही यह शुभ होता है और माना जाता है कि आने वाले साल में आपके पास खूब धन आने वाला है। अगर पौधे कम निकले तो यह आर्थिक मामलों में कमजोर स्थिति को दर्शाता है।
धनतेरस पर धनिया खरीदने के टिप्स धनतेरस पर धनिया खरीदते समय आपको यह देखना चाहिए कि धनिया अधिक पुराना नहीं हो हल्का हरापन लिए हुए और नया धनिया हो तो यह अधिक अच्छा होता।