चीन ने हाल ही छठवीं पीढ़ी के स्टील्थ फाइटर जेट को उड़ाकर दुनिया को हैरान कर दिया है। सैन्य विशेषज्ञ इसकी ताकत का अनुमान लगा रहे हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि यह फाइटर जेट युद्धक ड्रोन की फौज के लिए हवा में कमांड सेंटर का काम कर सकता है।
चीन ने पिछले महीने छठीं पीढ़ी के दो स्टेल्थ लड़ाकू विमानों का प्रदर्शन किया है। शेन्यांग शहर के ऊपर एक छोटे विमान की पहली परीक्षण उड़ान देखी गई। इसी दिन चेंगदू में भी तीन इंजन वाले डायमंड विंग के आकार के पंखों वाला विमान आसमान में देखा गया। इन विमानों की ताकत पर दुनियाभर के रक्षा विशेषज्ञ बात कर रहे हैं तो साथ ही इनके डिजाइन की भी चर्चा है। छठीं पीढ़ी के ये दोनों नए विमान अलग-अलग डिजाइन पर आधारित हैं, जो सेना की अलग-अलग जरूरतों को पूरा करने के लिए तैयार किए गए हैं।
साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट ने इन दोनों जेट के अलग तरह के डिजाइन पर एक्सपर्ट से बात की है। विशेषज्ञों का मानना है कि चेंगदू में दिखा विमान लंबी दूरी की उड़ान, ज्यादा पेलोड क्षमता और स्टेल्थ क्षमता पर केंद्रित है। वहीं शेन्यांग वाला विमान विमानवाहक पोत पर तैनाती के लिए बनाया गया है। इन दोनों विमानों से भविष्य के हवाई युद्ध और हवाई वर्चस्व की होड़ पर बड़ा असर पड़ने की उम्मीद है। चीनी विश्लेषकों का मानना है कि इनमें छोटा और अधिक फुर्तीला विमान भविष्य में चीन के विमानवाहक पोतों पर तैनात किया जाएगा।
क्यों खास है डिजाइन – एक चीनी सैन्य विशेषज्ञ ने बताया कि शेन्यांग विमान में फोल्डेबल वर्टिकल टेल डिजाइन है। इससे विमान अपनी स्टेल्थ क्षमता और गतिशीलता के बीच संतुलन बना सकता है। इसे वर्टिकल टेल कॉन्फिगरेशन में बदला जा सकता है क्योंकि इसे विमानवाहक पोत पर उतरने की आवश्यकता हो सकती है, जिसके लिए जटिल नियंत्रण की आवश्यकता होती है। वहीं नजदीकी हवाई लड़ाई में स्टेल्थ कम महत्वपूर्ण हो जाता है और वर्टिकल टेल को तैनात करने से गतिशीलता में काफी वृद्धि हो सकती है।”
ऑस्ट्रेलियन स्ट्रैटेजिक पॉलिसी इंस्टीट्यूट के एक वरिष्ठ विश्लेषक मैल्कम डेविस ने कहा कि चेंगदू वाला विमान हवाई लड़ाई या तीव्र गतिशीलता के लिए नहीं है। इसका डिजाइन सुपरक्रूज की क्षमता का संकेत देता है, यानी यह बिना आफ्टरबर्नर के सुपरसोनिक गति से उड़ान भर सकता है। इससे जिससे इसकी रेंज बढ़ जाती है।
दोनों विमान अलग-अलग जगह बने – चीन के नए छोटे विमान को शेन्यांग एयरक्राफ्ट कॉर्पोरेशन ने बनाया है, जो विमानवाहक पोत-आधारित लड़ाकू विमान बनाती है। बड़े विमान को चेंगदू एयरक्राफ्ट इंडस्ट्री ग्रुप ने बनाया है। ये दोनों विमान छठी पीढ़ी के लड़ाकू विमान हैं, यानी इनमें सबसे आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल किया गया है। इनके नाम का खुलासा अभी नहीं हुऐ है। हालांकि छोटे विमान को कुछ सैन्य पर्यवेक्षक J-50 और बड़े विमान को J-36 कह रहे हैं। 26 दिसंबर को माओत्से तुंग की 131वीं जयंती पर इन विमानों के वीडियो चीनी सोशल मीडिया पर वायरल हुए थे।
Home / News / चीन के छठीं पीढ़ी के लड़ाकू विमान में पूंछ क्यों नहीं? दुनिया को चौंकाने वाले फाइटर जेट के डिजाइन पर एक्सपर्ट का बड़ा खुलासा